जबलपुर, नईदुनिया रिपोर्टर। साहित्यिक संस्था गूंज द्वारा हम होंगे कामयाब शृंखला दो के अंतर्गत आनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। वर्तमान विषम परिस्थितियों के मध्य हमारा आत्मबल ही हमें कामयाबी दिला सकता है। इन्हीं भावों पर आधारित काव्य प्रस्तुति करते हुये कवियों ने विषम परिस्थितियों से जूझने की प्रेरणा दी।
मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार सुरेश विचित्र थे। अध्यक्षता मनोहर चौबे आकाश ने की। सारस्वत अतिथि वरिष्ठ कवि राजेंद्र मिश्रा, डॉ. राजलक्ष्मी शिवहरे, नलिन ताज सूर्यवंशी, संतोष नेमा संतोष थे।जादूगर एस. के. निगम, विजय बागरी,पंकज अंगार ने मंगलभकवनाएं व्यक्त की। सरस्वती वंदना इंजी. दुर्गेश ब्यौहार ने प्रस्तुत की। हम होंगे कामयाब शीर्षक गीत कलाकार नंद कुमार जैन ने सुनाकर सभी को प्रोत्साहित किया। संचालन राजेश पाठक प्रवीण,माधुरी मिश्रा व आभार शरद मिश्रा ने किया।
साहित्य ने हमेशा ही समाज को दिशा दिखाई: गोष्ठी में पर्यावरण,आत्मविश्वास औऱ कामयाबी पर गीत,गजल,दोहे,मुक्तक प्रस्तुत किए गए। कवियों ने बताया कि इस समय में यह बहुत आवश्यक है कि रचनाएं ऐसी हों जो कि सामाजिक सरोकार से जुड़ी हों। फिर बात चाहे पर्यावरण की हो या फिर लोगों के मन में आत्मविश्वास जगाने की। साहित्य ने हमेशा ही समाज को दिशा दिखाई है। एक बार फिर समय है कि साहित्य के क्षेत्र से भी समाज को संबल प्रदान करने का कार्य किया जाए।सभी रचनाकारों को इस ओर ध्यान देना चाहिए। कवि कुंजीलाल चक्रवर्ती ,विशाल चतुर्वेदी , डॉ.प्रो.मंजरी अरविंद गुरु रायगढ़,मधु कौशिक, निशी श्रीवास्तव, डॉ. संध्या जैन श्रुति, आशुतोष तिवारी,प्रतुल श्रीवास्तव,विजय जयसवाल,डॉ. सलमा जमाल, डॉ. गीता गीत, कविता नेमा, प्रमोद दाहिया, सिहोरा, उमाराज लखनऊ, अनुराधा ,एम.पी.कोरी, गीता चौरसिया, प्रदीप नामदेव, किरण कोष्टा,यशोवर्धन पाठक, सचिन चौधरी व अन्य सदस्यों ने काव्य पाठ करते हुए सभी को मोहित कर दिया।