
जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय अधिवक्ता संघ, जबलपुर के संभावित प्रत्याशी आगामी चुनाव में अपनी-अपनी जीत के लिए रचनात्मक तरीके अपना रहे हैं। प्रत्येक संभावित प्रत्याशी ने इंटरनेट मीडिया का समुचित इस्तेमाल करते हुए ग्रुप बनाए हैं। इसके जरिये अधिवक्ता कल्याण संबंधी अपनी योजनाओं को सार्वजनिक कर रहे हैं। अधिवक्ताओं को भरोसा दिला रहे हैं कि उनकी जीत होने पर कोविड काल में वकीलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र व राज्य शासन तक आवाज पहुंचाई जाएगी। पैकेज हासिल करने आर-पार की जंग छेड़ी जाएगी। भारतीय विधिज्ञ परिषद व मध्य प्रदेश राज्य अधिवक्ता परिषद को विश्वास में लेकर मध्य प्रदेश के अधिवक्ताओं को उत्थान के लिए अभिनव योजनाएं तैयार कराई जाएंगी।
मध्य प्रदेश राज्य अधिवक्ता परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आरके सिंह सैनी ने बताया कि उन्हें अध्यक्ष डा.विजय कुमार चौधरी ने मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय अधिवक्ता संघ चुनाव के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। वरिष्ठ अधिवक्ता मनीष दत्त व जगन्नाथ त्रिपाठी भी पर्यवेक्षक बनाए गए हैं। लिहाजा, दोनों से विमर्श करके ऐसी योजना बनाई जा रही है, जिसके जरिये मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय अधिवक्ता संघ का चुनाव अपेक्षाकृत अधिक पारदर्शी तरीके से सम्पन्न हो।
मध्य प्रदेश राज्य अधिवक्ता संघ के सह अध्यक्ष व मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय अधिवक्ता संघ के सचिव मनीष तिवारी ने बताया कि वे मतदाता सूची को अंतिम रूप देने की दिशा में पूर्ण गंभीरता बरत रहे हैं। दावे-आपत्ति पर विचार के बाद अंतिम मतदाता सूची शीघ्र सामने होगी। इसी के साथ चुनाव की अधिसूचना जारी करके हुए मुख्य चुनाव अधिकारी व उनकी टीम कार्य में जुट जाएगी। लिहाजा, बेवजह चुनाव टालने का दोषारोपण बेमानी है। अध्यक्ष रमन पटेल न वे पूरी ईमानदारी ने नवीन कार्यकारिणी का चुनाव सम्पन्न कराने तत्पर हैं। इस सिलसिले में मध्य प्रदेश राज्य अधिवक्ता परिषद के अध्यक्ष डा.चौधरी से मिलने वाले दिशा-निर्देशों को पूरी अहमियत दी जा रही है। उनके जबलपुर आगमन पर पूरा मसौदा उनके सामने रखा जाएगा। यही नहीं भारतीय विधिज्ञ परिषद के अध्यक्ष मनन मिश्रा को भी सारी जानकारी दे दी जाएगी।