जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। जबलपुर से चलने वाली ट्रेनों की सफाई और धुलाई में लगभग हर दिन 12 लाख लीटर से ज्यादा पानी का उपयोग हो रहा है। इस दौरान निकलने वाले गंदे पानी को रेलवे रिसाइकिल कर इसका दोबारा उपयोग होगा। रिसाइकिल कर साफ किए जाने वाले पानी से ट्रेनों की सफाई-धुलाई से लेकर पेड़-पौधों को पानी देने में किया जाएगा। जबलपुर रेल मंडल अभी यह काम छोटे स्तर पर कर रहा है, लेकिन रविवार को जबलपुर के लोको तलैया में लगाए गए सेवेज ट्रीटमेन्ट प्लांट की मदद से यह बड़े स्तर पर होगा। रेलवे का दावा है कि वह इसकी मदद से हर दिन लगभग 12 लाख लीटर पानी को रिसाइकिल करेगा। इससे जबलपुर रेल मंडल को सलाना लगभग तीन करोड़ 18 लाख रुपये की बचत होगी।
आधे से चल रहा था काम
जबलपुर रेलवे स्टेशन के समीप लोको तलैया में एक सेवेज ट्रीटमेन्ट प्लांट लगाया गया है, जिसकी मदद 24 घंटे में लगभग 5 से 6 लाख लीटर पानी रिसाइकिल होता है, लेकिन हर दिन ट्रेनों से लेकर प्लेटफार्म तक की सफाई-धुलाई में 12 लाख लीटर से ज्यादा पानी उपयोग में लाया जाता है। इस दौरान निकलने वाले गंदे पानी को छोटे स्तर पर ही रिसाइकिल किया जा रहा था, लेकिन अब लोको तलैया में दो प्लांट शुरू हो गए हैं, जिससे 12 लाख लीटर गंदा पानी 24 घंटे के दौरान साफ होगा और फिर इसका उपयोग इन्हीं कामों में किया जाएगा।
600 केएलडी सेवेज ट्रीटमेन्ट प्लांट शुरू
जबलपुर रेल मंडल में 600 केएलडी क्षमता के सेवेज ट्रीटमेन्ट प्लांट को लगाया गया है, जिसकी मदद से गंदे पानी को रिसाइकिल किया जाएगा। इस प्लांट में रेलवे के वाशिंग पिट लाइन नंबर एक, दो और तीन से निकलने वाले गंदे पानी को संग्रहित कर सेवेज ट्रीटमेंट प्लांट से इसे साफ किया जाएगा। रेलवे स्टेशन के पास आरसीडी इंडियन ऑयल के समीप बनी टंकी के प्लांट में संग्रह कर इसे वाशिंग पिट लाइन 1, 2, 3, 4, 5 और 6 पर ट्रेनों के कोचों की सफाई और धुलाई के लिए दिया जाएगा।
यह काम भी किया
- जबलपुर स्टेशन के पास रेलवे ने 750 वोल्ड का विद्युत सब-स्टेशन बनाया है।
- इसकी मदद से वातावरण प्रदूषण में लगभग 876 टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्ज को कम किया जाएगा
- वहीं इस स्टेशन की मदद से 6 एलएचबी रैक यानि 130 से ज्यादा कोचों की मरम्मत का काम होगा।
- इससे हर साल रेलवे दो करोड़ 17 लाख डीजल और विद्युत की बचत करेगा।
बगीचों के पेड़ पौधों को दिया जाएगा पानी
रेलवे के वाशिंग पिट से ट्रेनों की धुलाई के दौरान निकलने वाले गंदे पानी को रिसाइकिल कर इसका ट्रेनों की धुलाई से लेकर बगीचों के पेड़-पौधों को पानी देने में किया जाएगा। 24 घंटे में लगभग 12 लाख लीटर पानी को रिसाइकिल कर साफ किया जाएगा। इससे 3 करोड़ 18 लाख रुपये की सलाना बचत होगी। -राहुल जयपुरिया, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर