Good News In Jabalpur : जबलपुर नईदुनिया प्रतिनिधि। नगर निगम ने कबाड़ से जुगाड़ पर काम करना शुरू कर दिया है। इस कड़ी में नगर निगम जल्द ही कबाड़ हो चुकीं बसों को नया रंग-रूप देकर उन्हें उपयोग करेगा। इन बसों को सजाकर रैन बसेरा बनाया जाएगा तो वहीं इनमें रेस्टारेंट और महिलाओं के चैंजिंग रूम और बाथरूम बनाने की योजना पर काम जमीन दिखने लगा है। आइएसबीटी बस स्टैंड में तीन बसों को लोककलाओं का रंग-रूप देकर सजाया गया है। इनका प्रयोग रैन बसेरा के तौर पर हाेगा। इन रैन बसेरों को मेडिकल, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन के बाहर रखेगा। निगमायुक्त स्वप्निल वानखड़े ने बुधवार को आइएसबीटी बस स्टैंड का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कबाड़ हो चुकी बसों को नए रंग रूप में देखकर खुशी जाहिर की और कहा कि जल्द ही कबाड़ हो चुकी बसों को बड़ी संख्या में नया रूप देकर इनका उपयोग किया जाए।
निरीक्षण के दौरान निगमायुक्त ने कहा कि आइएसबीटी में लगभग 30 से 40 बस कबाड़ हो चुकी हैं और इनका उपयोग करने के लिए हमें इन्हें सजाकर और उपयोगी बनाकर इनका उपयोग अस्थाई रैन बसेरा से लेकर महिलाओं के लिए चैजिंग रूम के तौर पर करना है। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी के घाट से लेकर पार्क और स्टेडियम में हम स्थाई निर्माण नहीं कर सकते। ऐसे में इन बसों को तैयार कर रेस्टारेंट बनाया जा सकता है। वहीं रैन बसेरा बनाकर इन्हें ऐसे जगह खड़ा किए जाए, जहां रात के वक्त लोक सड़क और फुटपाथ पर सोते हैं। वे इन बसों को देखकर वहां फुटपाथ पर सोने की बजाए इन बसों में सोएंगे। निगमायुक्त के साथ जेसीटीएसएल के सीईओर सचिन विश्वकर्मा और आइएसबीटी के प्रभारी शीतल उपाध्याय मौजूद रहे। निगमायुक्त ने निरीक्षण के दौरान थैला बैंक, बर्तन बैंक, कपड़ा बैंक, पुस्तक बैंक के लिए भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए।