जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। स्वयं भू गुप्तेश्वर महादेव भगवान सोमवार को नगर भ्रमण पर निकले। गुप्तेश्वर मंदिर से शाही यात्रा शुरू हुई, जो विभिन्न मार्गों से होते हुए मिलौनीगंज पहुंची, जहां यात्रा का समापन किया गया। पुराणों में उल्लेख है कि शिवलिंग का निर्माण भगवान राम ने वनवास के दौरान किया था।
गुप्तेश्वर महादेव की सवारी महाकाल की तर्ज पर 12 वर्ष से निकल रही है। भगवान का विग्रह पालकी में रखा गया था। भक्त बम-बम भोले और ऊं नम: शिवाय का जयघोष कर यात्रा मार्ग पर बढ़ रहे थे। यात्रा गुप्तेश्वर मंदिर से शुरू होकर शक्ति नगर चौक, कृपाल चौक, हाथीताल, हितकारिणी स्कूल, अनगढ़ महावीर मंदिर, शास्त्री ब्रिज, मोटर स्टैंड, सुपर मार्केट, गंजीपुरा, बड़ा फुहारा होते हुए मिलौनीगंज पहुंची। यात्रा का जगह-जगह श्रद्धालुओं ने स्वागत किया। महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने गुप्तेश्वर महादेव का पूजन कर पालकी लेकर यात्रा मार्ग पर बढ़े। शाही सवारी में गुप्तेश्वर पीठाधीश्वर स्वामी मुकुंददास महाराज, द्वारका मिश्रा, पंकज पांडेय, योगेंद्र त्रिपाठी, पिंकी अग्रवाल, वीरेंद्र घनघोरिया, आशीष शुक्ला, टोनी अग्रवाल आदि शामिल रहे।
भोलेनाथ के जयकारों से गुंजायमान हुईं गलियां
भगवान भोलेनाथ पालकी में सवार होकर प्रजा का हाल जानने निकले तो लोगों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। भगवान भोलेनाथ की शाही सवारी के साथ चल रहे श्रद्धालुओं के गगनभेदी जयघोष से शहर की गलियां गुंजायमान हो उठीं। श्रद्धालुओं ने भगवान शिव का पूजन-अर्चन कर सुख- समृद्धि की कामना की।
श्रद्धा और आस्था के साथ निकली ध्वजा यात्रा :
सावन माह में शहर भर में धार्मिक आयोजन किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में शिव नगर वत्सला पैराडाइज से मां बूढ़ी खेरमाई मंदिर तक ध्वजा यात्रा का आयोजन किया गया। ध्वजा यात्रा का जहां मार्ग में जगह-जगह स्वागत हुआ वहीं यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं नेअपनी उपस्थिति दर्ज कराई। मां बूढ़ी खेरमाई मंदिर में यात्रा का समापन हुआ, जहां भक्तों ने विधि विधान से मां बूढ़ी खेरमाई का पूजन अर्चन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर मिंकू मिश्रा, हिमांशु पटेल, हिमांशु सेन, नीरज पटेल विक्की, राजकुमार यादव, अमित परिहार, भीम सेन, अमन सोनी, सतीश सेन, हर्षित राय, सुभम रजक, आशीष श्रीवास के साथ ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं एवं युवाओं की उपस्थिति रही।