
Today in Jabalpur : जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। शहर में आज कई धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रमों का सिलसिला जारी रहेगा। हमारी आपको सलाह है कि आप कार्यक्रमों में उमंग और उत्साह के साथ शामिल हों, लेकिन सावधानी भी रखें। अगर आपने कोरोना का टीका नहीं लगवाया है तो जल्द लगवाएं घर से निकलें तो सावधानी जरूर रखें और कोरोना गाइड लाइन का पालन करें, क्योंकि जीवन की सुरक्षा भी जरूरी है।
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय द्वारा सिकलसेल, एनीमिया के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए बुधवार को सुबह 10 बजे से वैदेही स्वास्थ्य केन्द्र में जांच शिविर का आयोजन किया गया है। कुलपति प्रो. कपिल देव मिश्र और कुलसचिव प्रो. बृजेश सिंह के निर्देशन में यह शिविर लगाया जा है। इसमें आईसीएमआर की संयुक्त भागीदारी है। इस दौरान विभागों में अध्ययनरत, निवासरत छात्र-छात्राओं का सिकल सेल, एनीमिया की जांच निशुल्क की जाएगी। विवि स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सा अधिकारी डा. संजय श्रीवास्तव ने बताया कि सिकल सेल, एनीमिया एक अनुवांशिक रोग है, जब तक खून की जांच न कराई जाए, तब तक इस रोग की जानकारी नहीं मिलती। सिकल सेल से बचाव, इलाज और जागरूकता के प्रयासों से ही इसे बढ़ने से रोका जा सकता है। समस्त छात्र-छात्राओं को निर्धारित समय पर आधार कार्ड के साथ शिविर में उपस्थित होने की अपील की गई है।
कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर धरना-प्रदर्शन
मध्य प्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी कर्मचारी संघ, अजाक्स के जिला अध्यक्ष योगेश चौधरी ने बताया है कि संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष अजय सोनकर के नेतृत्व में लोक निर्माण विभाग में कार्यरत कर्मचारियों की विभिन्ना समस्याओं को लेकर मुख्य अभियंता कार्यालय के पास बुधवार को दोपहर 12 बजे से धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। संघ के राजेन्द्र तेकाम, योगेश चौधरी, राकेश समुद्रे, शेखलाल आर्मो, दिनेश बागरी, मुकेश मरकाम, सुभाष खेडारे, रवि कोष्टा, राजेंद्र मठधारी, पवन बावरिया, प्रशांत राव, बालकृष्ण सहित अन्य ने धरना-प्रदर्शन स्थल पर पहुंचने की अपील की है। वि.
श्री कृष्ण छठी महोत्सव- डीडी धाम संकट मोचन हनुमान मंदिर रांझी मानेगांव में शाम पांच बजे श्री कृष्ण छठी महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।
श्री कृष्ण छठी महोत्सव एवं प्रसाद वितरण- राधा कृष्ण मंदिर रांझी में सुधीर दुबे द्वारा शाम चार बजे श्री कृष्ण छठी महोत्सव मनाया जाएगा एवं प्रसाद वितरण होगा
श्री सुप्तेश्वर मंदिर में भगवान श्रीगणेश की आरती :
रतन नगर स्थित श्री सुप्तेश्वर मंदिर में विशालकाय चट्टान पर बने भगवान श्री गणेश की आरती रोज सुबह साढ़े सात बजे और शाम को साढ़े छह बजे होती है। ऐसी मान्यता है कि अगर यहां 40 दिन तक रोज आकर भगवान श्रीगणेश की पूजा की जाए तो मनोकामना पूरी होती है।
गुप्तेश्वर महादेव :
अगर आप शहर में हैं तो गुप्तेश्वर महादेव के दर्शन करने भी जा सकते हैं। यहां भोले नाथ की महिमा अपरंपार है। यहां सुबह से शाम तक अनवरत अभिषेक किया जाता है। यहां भोले बाबा पहाड़ पर प्राकृतिक गुफा में विराजे हैं, जिसका उल्लेख शिवपुराण में भी मिलता है। इस मंदिर की विशेषता यह है कि इसे रामेश्वरम का उपलिंग भी कहा जाता है। कई भक्त ऐसे हैं, जो प्रतिदिन अभिषेक और दर्शन करने पहुंचते हैं। यहां प्रतिदिन सुबह 8 बजे भगवान की मंगला आरती की जाती है।
गायत्री परिवार करता है प्रतिदिन यज्ञ :
गायत्री परिवार को संस्कारों के लिए जाना जाता है। दमोह रोड स्थित मनमोहन नगर गायत्री शक्तिपीठ में सुबह से रात तक धार्मिक आयोजन होते हैं। यहां नियमित रूप से सुबह 8 बजे यज्ञ किया जाता है। इसके साथ ही मां गायत्री की आराधना की जाती है। शहर में इस मंदिर की स्थापना 40 वर्ष पहले आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा ने की थी। अगर आप शहर में हैं तो यहां दर्शन करने के लिए पहुंचे आपको आनंद और आत्मिक सुख की प्राप्ति होगी।
पाटबाबा मंदिर में श्रीहनुमान आरती :
जीसीएफ की पहाड़ी पर स्थित पाट बाबा मंदिर में श्री हनुमान जी की विशेष आरती हर मंगलवार को शाम साढ़े सात बजे की जाती है। यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं की मान्यता है कि हनुमानजी जिस तरह से जीसीएफ के बनने में सारी अड़चनों को दूर किया था, वैसे ही उनकी बाधाओं को भी दूर करते हैं।
श्रीकृष्ण भक्ति :
आइए हम चलते हैं श्री गोपाल मंदिर घमापुर में यहां प्रतिदिन सुबह 7.30 बजे से सामूहिक देवपूजा कर भगवान की भक्ति की जाती है। मंदिर समिति द्वारा भगवान श्रीकृष्ण का नित्य पूजन किया जाता है। स्वामी कृष्ण राज आराध्य के नेतृत्व में यहां भगवान की सेवा करने की अलग ही परंपरा है।
ग्वारीघाट में मां नर्मदा की आरती :
ग्वारीघाट में मां नर्मदा की आरती रोज शाम साढ़े सात बजे आयोजित की जाती है। इस आरती भव्य आरती में हिस्सा लेकर मां का आशीष पाया जा सकता है। इसके प्रति लोगों की आस्था इतनी है कि लोग पहले से ही घाट पर एकत्र होकर आरती की प्रतीक्षा करते नजर आते हैं। यहां पर घाटों पर कई मंदिर बने हुए हैं, जहां पर लोग अपनी आस्था के मुताबिक आरती करते नजर आते हैं।