जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल अस्पताल में भर्ती करीब 35 ब्लैक फंगस के मरीजों को एम्फोटेरोसिन-बी इंजेक्शन का दुष्प्रभाव हो गया। रविवार को इंजेक्शन लगते ही मरीजों को उल्टी होने लगी और ठंड लगने के साथ ही तेज बुखार चढ़ गया इनमें से दो से तीन मरीजों की स्थिति गंभीर हो गई। वरिष्ठ डॉक्टरों को जानकारी मिलते ही तुरंत इनका उपचार किया गया और मेडिकल प्रशासन ने इस बैच के इंजेक्शन को लगाने से रोक लगा दी।
सागर में भी यही स्थिति : बुंदेलखंड मेडिकल कालेज में शनिवार को ब्लैक फंगस के मरीजों को एम्फोटेरोसिन-बी का इंजेक्शन लगते ही करीब 33 मरीजों की हालत बिगड़ गई। इंजेक्श्ान के दुष्प्रभाव को डॉक्टरों ने कंट्रोल किया।
मेडिकल में यह हुआ : बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के साथ ही नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज व प्रदेश के अन्य मेडिकल कालेज एवं अस्पतालों में एम्फोटेरोसिन-बी इंजेक्शन की सरकारी सप्लाई हुई थी। शनिवार को जब बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इंजेक्शन के दुष्प्रभाव की सूचना मेडिकल कॉलेज जबलपुर प्रशासन को मिली तो मेडिकल प्रशासन ने सरकारी सप्लाई में आए इंजेक्शन नहीं लगाए बल्कि अमृत फार्मेसी से एम्फोटेरोसिन-बी इंजेक्शन खरीदा लेकिन यह इंजेक्शन लगते ही करीब 35 मरीजों की हालत बिगड़ने लगी। मालूम होकि मेडिकल अस्पताल में अभी ब्लैक फंगस से पीड़ित 120 मरीज भर्ती हैं।
बर्जन:
सागर के बुंदेलखंड कालेज एवं अस्पताल में एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन के दुष्प्रभाव की सूचना मिली तो मेडिकल कॉलेज जबलपुर में सप्लाई किए इन इंजेक्शन को लगाने के बजाए हमने अमृत फार्मेसी से एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन की खरीद की और यह इंजेक्शन मरीजों को लगाया लेकिन उससे भी मरीजों को रिएक्शन हो गया। इसका मतलब जिस बैच के इंजेक्शन सरकारी सप्लाई में आए थे उसी बैच के इंजेक्शन अमृत फार्मेसी में भी थे। फिलहाल हमने इस बैच के इंजेक्शन को लगाने पर रोक लगा दी है और शासन को पत्र लिखकर जानकारी दे दी है। मरीजों के लिए नए इंजेक्शन खरीद लिए गए हैं वह आज लगाए जाएंगे। जिन मरीजों को इंजेक्शन का रिएक्शन हुआ है उनकी हालत में सुधार है।
डॉ. प्रदीप कसार, डीन, नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल जबलपुर