नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। खितौला के इसाफ बैंक में डकैती करने के आरोपियों के इंद्राना के किराए के घर में मिली बिना नंबर की मोटरसाइकिल वारदात के कुछ समय पूर्व ही खरीदी गई थी। यह नई मोटरसाइकिल थी, जिसको आरोपित बिना नंबर के चला रहे थे। वारदात के बाद मोटरसाइकिल को आरोपित यहीं छोड़कर चले गए, ताकि वाहन के आधार पर आरोपितों का पुलिस पीछा न कर सके। इसकी संभावना घटना की जांच कर रही पुलिस टीम व्यक्त कर रही है।
वहीं, सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और अब तक की जांच में डकैती के मुख्य संदेही के रूप में रईस पर शिकंजा कस रहा है। छानबीन में सामने आया है कि डकैती के आरोपित जिस दिन फरार हुए, उसी दिन से रईस भी गायब है। उसकी अंतिम लोकेशन कटंगी में मिली है। उसे आखिरी बार एक व्यक्ति के साथ गांव से कटंगी जाते देखा गया है। रईस का आचरण अपराधिक होना सामने आया है, जिससे यह माना जा रहा है कि डकैती में उसकी भूमिका थी।
आरोपित रईस के संपर्क में थे। वे प्रदेश के बाहर के हैं। उनका एक साथी ही रईस के साथ भागा है। पांच नकाबपोश हथियारबंद आरोपितों ने सोमवार को सुबह खितौला के इसाफ बैंक में डकैती की वारदात की थी। बैंक के मैनेजर और कर्मचारियों को बंधक बनाकर स्ट्रांग रूम में रखा 14 किलो 875 ग्राम सोना और पांच लाख आठ हजार 675 रुपये के नोट लूटकर ले गए थे।
मामले में आरोपितों तक पहुंचने के लिए पुलिस उन्हें किराए पर कमरा देने वाले जितेंद्र झारिया और सोनू बर्मन से लगातार पूछताछ कर रही है। वहीं, रईस की कुंडली भी खंगाली जा रही है। उसके कामकाज एवं गतिविधियों की जानकारी जुटाई जा रही है। उससे गत कुछ समय से मिलने वाले, दोस्तों एवं परिचितों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है।
रईस को ढूंढने के लिए पुलिस के अलग-अलग दलों को आसपास के जिलों में भेजा गया है। डकैती के आरोपित पहले पुलिस को चकमा देने में सफल रहे। वे वारदात के बाद चौबीस घंटे तक जिले में ही छिपे रहे, लेकिन पुलिस को भनक नहीं लगी। पुलिस एक दिन तक सीसीटीवी कैमरे की फुटेज निकालकर कड़ियां जोड़ने में ही उलझी रही। मंगलवार को जब पुलिस उनके इंद्राना स्थित ठिकाने पर पहुंची, तो वे भाग चुके थे।