जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। रेलवे ने अपने कर्मचारियों के काम करने के तरीकों में बदलाव करना शुरू कर दिया है। रेलवे के टिकट आरक्षण केंद्र में तैनात कर्मचारियों के काम में रेलवे बदलाव करने जा रहा है। इन कर्मचारियों से टिकट बनवाने की बजाए यात्रियों की टिकट चेक करवाई जाएगी। यात्रियों में आनलाइन टिकिट के बढ़ते प्रभाव का असर रेलवे के टिकिट काउंटर तक पहुंच गया है।
रेलवे बोर्ड द्वारा वाणिज्य विभाग का एक सर्कुलर जारी किया गया है। इसके मुताबिक रेलवे के आरक्षण विभाग में तैनात कर्मचारियों को आरक्षण केंद्र पर ड्यूटी देने की बजाए स्टेशनों पर यात्रियों की टिकट की जांच करने तैनात किया जाएगा। इस आदेश से जबलपुर रेल मंडल के आरक्षण केंद्र में तैनात कर्मचारियों में नाराजगी है। उनका कहना है कि अभी भी यात्रियों में काउंटर से टिकट कराने का चलन है।
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जबलपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म एक पर बने आरक्षण केंद्र में आठ टिकट काउंटर हैं, जिसमें से चार ही नियमित खुलते हैं। यहां पर दो शिफ्ट में काम होता है। सूत्रों के मुताबिक सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक चलने वाले इन काउंटर पर हर दिन लगभग 400 से 500 से ज्यादा यात्री टिकट बनवाते हैं। इनमें अधिकांश सीनियर सिटीजन से लेकर महिला के अलावा चालान वाले हैं। हालांकि यहां पर पहले से ही कर्मचारियों की कमी है।
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हर सूचना से अपडेट रहे रेल कर्मचारी
जबलपुर। रेलवे द्वारा जारी की जाने वाली सूचना, पत्र, सर्कुलर की हर जानकारी कर्मचारियों को होना चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि रेलवे कर्मचारी, पल-पल की अपडेट रखें। ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए पश्चिम मध्य रेलवे द्वारा ज्ञानदीप संगोष्ठी का आयोजन किया। संगोष्ठी में पश्चिम मध्य रेलवे के महाप्रबंधक सुधीर गुप्ता ने सभी कर्मचारियों को रेलवे में हो रहे बदलाव से खुद का अपडेट रखने पर जोर दिया।
रेल प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी की गई नई नीतियों और नियम की जानकारी अपडेट रखने से जुड़े महत्व को संगोष्ठी में साझा किया गया। संगोष्ठी में मेनपावर का सही उपयोग करने, पदों के पुर्नवितरण जैसे विषयों पर भी चर्चा हुई। इस दौरान पमरे के प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी शंकर कुमार अलबेला ने कहा कि जनशक्ति के खर्च को नियंत्रित कर रेलवे की क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। संगोष्ठी में तीनों मंडलों के अधिकारी, वैगन रिपेयर वर्कशॉप कोटा तथा कोच पुनर्निर्माण कारखाना भोपाल के कार्मिक विभाग से संबंधित अधिकारी एवं मुख्यालय के अधिकारी, पर्यवेक्षक, डीलिंग क्लर्क आदि मौजूद रहे। इन्होंने इस दौरान अपने अनुभवों को साझा किया।