अतुल शुक्ला, जबलपुर। सब कुछ अच्छा रहा तो जल्दी शहर में टाटा का कैंसर हॉस्पिटल खुलेगा। टाटा प्रबंधन की ओर से एक टीम ने हॉस्पिटल खोलने के लिए जबलपुर आकर रेलवे की खाली जमीन का निरीक्षण किया है। दरअसल रेलवे बोर्ड और टाटा अस्पताल प्रबंधन की संयुक्त टीम ने पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर स्थित मुख्य रेलवे हॉस्पिटल और उसके आसपास खाली जमीन का निरीक्षण किया है। प्रबंधन टीम को हाऊबाग रेलवे स्टेशन में खाली पड़ी जमीन भी दिखाई गई सूत्रों के मुताबिक यह जमीन टाटा प्रबंधन को बहुत पसंद आई है जिसके बाद वह यहां अस्पताल खोलने से पहले नियम और प्रक्रिया को पूरा करने में जुट गया है।
मुख्य रेल हॉस्पिटल की बिल्डिंग भी टाटा अपने अधिकार में ले सकता है इसके लिए रेलवे बोर्ड और मुख्य रेल अस्पताल प्रबंधन की टीम के साथ बैठक भी की गई है। यह बात सामने आने के बाद पश्चिम मध्य रेलवे के मजदूर संघ ने इस निर्णय से पहले ही अपना विरोध जताया है।
मजदूर संघ के महामंत्री अशोक शर्मा ने बताया कि रेलवे इस बहाने रेल अस्पतालों का निजीकरण करने जा रही है, जो कि किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यूनियन इसके विरोध में उग्र प्रदर्शन करेगी, जरूरत पड़ा तो रेल भी रोक सकती है। वहीं दूसरी और एम्पलाई यूनियन ने पूरे नियम और दस्तावेजों को समझने के बाद यह निर्णय लिया है कि इससे रेल कर्मचारियों के स्वास्थ्य संबंधित हितों की रक्षा होगी।
वर्जन,
टाटा का कैंसर हॉस्पिटल खोलने के लिए जो टीम जबलपुर आई थी, उससे हाऊबाग रेलवे स्टेशन स्थित रेलवे की खाली जमीन को दिखाया गया है । टीम को यदि वह जमीन अस्पताल खोलने के लिए पसंद आती है तो रेलवे नियम अनुसार आगे की प्रक्रिया की जाएगी ।
संजय विश्वास, डीआरएम जबलपुर रेल मंडल