नईदुनिया, जबलपुर (Jabalpur News)। मझौली अंतर्गत हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर तलाड के ग्राम नांदघाट की लक्ष्मी कुशवाहा पति सुरेंद्र कुशवाहा प्रथम जांच के लिए स्वास्थ्य केंद्र आई थी। उसके पूर्व पहला बच्चा 4 वर्ष में खत्म हो गया था और दूसरे के समय अबॉर्शन हो गया था। लक्ष्मी कुशवाहा जब पिछले सप्ताह अपनी तीसरी जांच कराने उप स्वास्थ्य केंद्र आई तो उसके पूरे शरीर में सूजन थी एवं हीमोग्लोबिन 5.6 ग्राम तक गिर गया था।
वह अति गंभीर एनीमिया से पीड़ित थी तुरंत महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझौली भेजा गया महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने महिला को मेडिकल रेफर कर दिया परंतु महिला व उसके परिजन साफ मना कर वहां से अपने घर चले गए।
खबर प्राप्त होते ही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.संजय मिश्रा के निर्देश एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. विनीता उप्पल की निगरानी में सीबीएमओ डा दीपक गायकवाड़ के आदेश पर सीएचओ अंशु रघुवंशी और आशा कार्यकर्ता सुषमा विश्वकर्मा द्वारा बार-बार लक्ष्मी के घर विजिट देकर उसे 19 सितंबर को हाई रिस्क क्लीनिक मझौली लेकर आए थे।
स्त्री रोग विशेषज्ञ डा.दीपमाला तोतड़े ने महिला के शरीर में सूजन एवं हीमोग्लोबिन कम देखते हुए उसे तुरंत मेडिकल रेफर कर दिया पर फिर भी महिला व उसके परिजन उसे मेडिकल ले जाने को तैयार नहीं थे। सभी लोगों द्वारा महिला को बार-बार समझाने पर महिला मेडिकल जाने के लिए तैयार हुई।
महिला को मेडिकल में 4 यूनिट ब्लड चढ़ाया गया अगले दिन सामान्य प्रसव द्वारा स्वस्थ बच्चा हुआ, दोनों अभी मेडिकल में स्वस्थ हैं। इस सफलता के पीछे जिले के डा. पारस ठाकुर, डा. शिवानी, डा.नीता मिश्रा, सीएचओ अंशु रघुवंशी और आशा कार्यकर्ता सुषमा विश्वकर्मा का अथक परिश्रम एवं सहयोग विशेष रूप से रहा।