जबलपुर में रेल कर्मियों के लिए फिर खुलेंगे रेल अस्पताल के आरक्षित वार्ड
रेलवे अस्पताल में अब कर्मचारियों को आसानी से इलाज मिलेगा। साथ ही कर्मचारियेां की अन्य समस्याओं को बैठक में महाप्रबंधक ने सुना।
By Brajesh Shukla
Edited By: Brajesh Shukla
Publish Date: Fri, 22 Jan 2021 11:30:00 AM (IST)
Updated Date: Fri, 22 Jan 2021 11:30:11 AM (IST)

जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। रेलवे अस्पताल में कोरोना संबंधी आरक्षित वार्डों को अब स्थानीय प्रशासन से वार्ता कर रेल कर्मियों के सामान्य इलाज के लिए फिर खोला जाएगा। ओवरटाइम, नाइट डयूटी और एनएचए का रुका भुगतान किया जाएगा। एनपीएस से ओपीएस में मांगे गए विकल्पों में रिजल्ट के हिसाब से उनका विकल्प स्वीकार कर आदेश जारी हो जाएंगे। डब्ल्यूसीआरईयू की प्रथम महाप्रबंधक स्तरीय स्थायी वार्ता तंत्र बैठक में यह निर्णय हुए। इसमें महाप्रबंधक शैलेंद्र कुमार सिंह, अपर महाप्रबंधक शोभन चौधुरी, प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी एमआर गोयल सहित सहित सभी विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे।
महाप्रबंधक के सामने रखीं समस्याएं : बैठक में सर्वप्रथम महाप्रबंधक ने इस वर्ष कोरोना महामारी के बावजूद 6 फीसद ज्यादा लोडिंग करने एवं निर्बाध ट्रेन परिचालन के लिए सभी रेल कर्मचारियों, अधिकारियों एवं यूनियन को धन्यवाद दिया एवं शुभकामनाएं दी। स्थायी वार्ता तंत्र में यूनियन के महामंत्री कामरेड मुकेश गालव ने रेल कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं को समाधान हेतु महाप्रबंधक के समक्ष रखा। जिन पर महाप्रबंधक ने महत्वपूर्ण निर्णय दिए। इनमें जीडीसीई के 270 पद स्वीकृत थे। 135 पद भर लिए गए। बाकी पर कार्रवाई की जा रही है। आरआरबी से 400 कर्मचारियों का पैनल प्राप्त हो चुका है। जिसमें 40 गार्ड, जेई व टेक्नीशियनों की पोस्टिंग की कार्रवाई जारी है। आरआरसी से 216 ग्रुप डी का पैनल प्राप्त हो गया है। सभी इंजीनियरिंग गेटों पर पुन: टीवीयू की गणना कर 12 से 8 घंटे ड्यूटी रिव्यू की जाएगी। एचआरएमएस में आ रही दिक्कत के मद्देनजर पास, पीटीओ तथा पीएफ की निकासी पूर्व की भांति मैनुअल भी जारी रखी जाए, जब तक कि सिस्टम पूर्ण रूपेण व्यवस्थित न हो जाए। इस पर कार्रवाई की जाएगी सहित अन्य शामिल रहे।