नईदुनिया, जबलपुर (Jabalpur News)। पश्चिम मध्य रेल में कटनी-बीना के मध्य रेल यातायात की गति बढ़ाने के लिए तीसरी रेल लाइन का निर्माण हो रहा है। इसके असलाना-दमोह तक नवनिर्मित 13 किलोमीटर रेलपथ पर मंगलवार को ट्रायल लिया गया। मध्य वृत्त के रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) मनोज अरोरा ने रेलपथ का निरीक्षण किया। उन्होंने 120 किमी प्रति घंटे की गति से सीआरएस विशेष गाड़ी को दौड़ाया। रेलपथ की मजबूती और सुरक्षा की जांच की।
रेलपथ से जुड़े स्टेशन भवन, सिग्नलिंग, यार्ड, बड़े पुल, छोटी पुलिस एवं समपार फाटक का निरीक्षण किया। गुणवत्ता की जांच की। माल एवं यात्री गाड़ियों के परिचालन की अनुमति के लिए अधोसंरचना का सघन जांच की गई। पमरे के अंतर्गत सीआरएस ट्रायल का मंगलवार काे दूसरा दिन था।
सोमवार को कटनी-सिंगरौली दोहरीकरण परियोजना के जोबा-मड़वासग्राम रेलखंड का निरीक्षण किया गया था। जहां, 7.5 किमी की नवनिर्मित दूसरे रेलपथ की जांच की गई थी। दोनों ही रेलपथ में विद्युतीकरण के कार्य की स्थिति की भी अधिकारियों ने समीक्षा की।
पमरे महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कटनी-बीना तीसरे रेलपथ रेलपथ निर्माण से मालगाड़ियों को निकलने जगह मिलने से यात्री परिवहन में तेजी जाएगी। कटनी-सिंगरौली दूसरे रेलपथ के बनने से जबलपुर से चौपन होते हुए उत्तर प्रदेश, बिहार, झारंखड और बंगाल तक रेल यातायात की गति बढ़ जाएगी।
जबलपुर-हावड़ा शक्तिपुंज में यात्रियों की सुविधा के लिए एक स्लीपर कोच में वृद्धि की गई है। बुधवार से गाड़ी में सात स्लीपर श्रेणी के कोच होंगे। पश्चिम मध्य रेल की गाड़ी संख्या 11447-48 यह अतिरिक्त डिब्बा स्थाई रुप से जोड़ा गया है। इससे यात्रियों को अतिरिक्त आरक्षित बर्थ की सुविधा मिलेगी।
इस गाड़ी में अब एक वातानुकूलित प्रथम श्रेणी, दो वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी, दो वातानुकूलित तृतीय श्रेणी, तीन वातानुकूलित तृतीय श्रेणी इकोनोमी, सात शयनयान कोच सहित कुल 21 डिब्बे होंगे। यह गाड़ी जबलपुर से सिहोरा रोड, कटनी साऊथ, खन्ना बंजारी, विजयसोता, ब्यौहारी, मड़वासग्राम, सरईग्राम, बरगवां एवं सिंगरौली स्टेशन होते हुए हावड़ा तक चलती है।