
नईदुनिया, जबलपुर (Jabalpur News)। जबलपुर के विक्टोरिया अस्पताल में गत वर्ष अक्टूबर में फायर फाइटिंग सिस्टम लगाने का काम आरंभ हुआ था। यह काम अभी तक अधूरा है। फायर फाइटिंग सिस्टम लगाने वाली ठेका कंपनी को 10 माह में अस्पताल ने 14 नोटिस दिए हैं। काम जल्दी पूरा करने का निर्देश दिया, लेकिन कंपनी की मनमानी अस्पताल में भर्ती मरीजों की जान के लिए खतरा बन रही है।
नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कालेज के पुराने अस्पताल का भवन लगभग 70 वर्ष पुराना है। इसकी संरचना अग्नि सुरक्षा के आधुनिक उपकरणों के अनुकूल नहीं है। यह सेंसर युक्त फायर फाइटिंग प्रणाली की स्थापना में बाधा बन गया है। यहां अग्नि सुरक्षा की व्यवस्था को लेकर ग्वालियर के जयरोग्य अस्पताल में तीन सितंबर को अग्नि दुर्घटना में तीन मरीजों की मौत के बाद फिर सवाल उठ रहे है।

विक्टोरिया अस्पताल में आधुनिक फायर फाइटिंग प्रणाली लगाने का काम उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले की कीर्ति एसेासिएट्स को दिया गया था। यह कंपनी भोपाल के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से अनुबंधित है। कंपनी को जनवरी, 2022 में काम आरंभ करना था। पहले तो छह माह विलंब से कार्य आरंभ किया। उसके बाद भी कई बार बीच-बीच में काम रोका।

अभी भी अग्नि पर नियंत्रण के लिए स्थापित की जाने वाली पाइपलाइन का कार्य अधूरा है। अभी तक कई वार्ड तक यह पाइपलाइन नहीं पहुंच सकी है। लापरवाही पर कंपनी के विरुद्ध एक लाख रुपये के अर्थदंड और उसे काली सूची में अंकित करने का प्रस्ताव दिया जा चुका है। फिर भी काम अधूरा है।
मेडिकल कालेज के पुराने अस्पताल भवन में ही ओपीडी, आइसीयू, आपरेशन थिएटर सहित कई वार्ड है। यह भवन लगभग 70 वर्ष पुराना है। पुरानी संरचना के भवन में आधुनिक अग्नि सुरक्षा के उपकरणों की स्थापना पर लगभग 11 करोड़ रुपये का व्यय अनुमानित है। काफी तोड़फोड़ भी होगी। भवन भी जर्जर हो चुका है।
प्रबंधन की ओर से पुराने भवन को तोड़कर नव निर्माण का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। ऐसे में नवनिर्माण को लेकर विलंब से अस्पताल में भर्ती मरीजों संकट में है। वह आधुनिक अग्निशमन सुरक्षा के घेरे से वंचित है। पुराने अस्पताल भवन में ही अभी सबसे अधिक मरीजों की आवाजाही रहती है।
जिला अस्पताल में आधुनिक अग्नि शमन उपकरण स्थापित किए जाने की प्रक्रिया कार्यवाही में है। कंपनी ने आधा काम कर दिया है। कुछ विलंब हुआ है, इस संबंध में शासन को सूचित किया गया है। कंपनी को शीघ्र कार्यपूर्ण करने के लिए निरंतर निर्देशित किया जा रहा है।
- डा. संजय मिश्रा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
अग्नि सुरक्षा व्यवस्था के उन्नयन के लिए लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिया जा चुका है। नवीन उपकरणों की स्थापना से संबंधित प्रस्ताव शासन को प्रेषित किया गया है। अापात स्थिति से निपटने के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाएं भी की गई है। नवनिर्मित समस्त भवन में आधुनिक फायर फाइटिंग सिस्टम है।
- डा. नवनीत सक्सेना, अधिष्ठाता, नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कालेज