जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। पश्चिम मध्य रेल ने कोविड-19 संक्रमण के बचाव के लिए सभी प्रकार की चिकित्सीय सुविधाओं में हमेशा ही सराहनीय कदम उठाए है। इसी प्रकार कोविड-19 के संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए पमरे ने केन्द्रीय चिकित्सालयों एवं स्वास्थ्य इकाइयों में मेडिकल सुविधाओं की आवश्यक तैयारी की जा रही है।
कोविड-19 के संभावित तीसरी लहर के रोकथाम के लिए पश्चिम मध्य रेल के चिकित्सालयों में आवश्यक तैयारी की है। इसके लिए ऑक्सीजन सिलेंडर, कोविड से संबंधित जरूरी दवाइयां जैसे इंजेक्शन, टेबलेट, पीपीई किट, एन 95 मास्क, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आदि उपलब्ध है। कोविड-19 के संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय चिकित्सालय जबलपुर और मंडल चिकित्सालय कोटा में पीडियाट्रिक वार्ड में बच्चों के लिए 8 बेड्स और मंडल चिकित्सालय भोपाल में 6 बेड्स इस प्रकार पमरे में बच्चों के लिए कुल 22 बेड्स की उपलब्धता सुनिश्चित कर दिया गया है।
इसके अलावा जरूरत पड़ने पर इन बेड्स को बढ़ाया भी जा सकता है। इसके साथ ही शिशु मरीजों के इलाज के लिए वेंटिलेटर को बच्चों के उपयोग में लाने के लिए उसके मॉड्यूल में परिवर्तन भी किया गया है। बच्चों के ऑक्सीजेशन के लिए फेस मास्क उपयुक्त दवाइयां एवं पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडर की उचित व्यवस्था की गई है।
बच्चों के लिए डॉक्टर्स की व्यवस्था: कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए पमरे के केन्द्रीय चिकित्सालय जबलपुर, भोपाल, कोटा और गंगापुर सिटी में बच्चों के स्पेशल पेडियाट्रिशन डॉक्टर पदस्थ है। इसके अलावा पमरे द्वारा रेफरल अस्पतालों जैसे जगदीश चिल्ड्रन अस्पताल, स्टार अस्पताल जबलपुर को केंद्रीय चिकित्सालय जबलपुर से संबंध किया गया है। इसके अलावा स्वास्तिक मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल जो कि पूर्व से ही केंद्रीय चिकित्सालय जबलपुर से संबंध है इसमें भी बच्चों का इलाज किया जाएगा। इस तरह पश्चिम मध्य रेल में कुल 35 निजी चिकित्सालयों को रेफरल के अंतर्गत संबंध किए गए है। पश्चिम मध्य रेल के केंद्रीय चिकित्सालय जबलपुर मंडल चिकित्सालय भोपाल और मंडल चिकित्सालय कोटा में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया जा रहा है। जिससे कोविड-19 संक्रमण की तीसरी लहर में मरीजों को मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा सके और उनके जीवन रक्षक में उपयोगी साबित हो।