
Today in Jabalpur : जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। शहर में आज कई धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रमों का सिलसिला जारी रहेगा। हमारी आपको सलाह है कि आप कार्यक्रमों में उमंग और उत्साह के साथ शामिल हों, लेकिन सावधानी भी रखें। अगर आपने कोरोना का टीका नहीं लगवाया है तो जल्द लगवाएं घर से निकलें तो सावधानी जरूर रखें और कोरोना गाइड लाइन का पालन करें, क्योंकि जीवन की सुरक्षा भी जरूरी है।
मदन महल पहाड़ी पर स्थित हरत पीराने पीर की दरगाह मे जुमरात ग्यारहवीं शरीफ के आखरी मेला का एहतेमाम किया गया है। इस मौके पर स्थानीय व दूर दराज के जायरीन दरगाह शरीफ हाजिरी देंगे तथा नजरो न्याज पेश करेंगे। अक़ीदतमंदो द्वारा दरगाह में चादर व निशान पेश किए जाएंगे। जल्सागाह में दोपहर 2:30 बजे परंपरानुसार सूफी संत सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।
गुप्तेश्वर महादेव :
अगर आप शहर में हैं तो गुप्तेश्वर महादेव के दर्शन करने भी जा सकते हैं। यहां भोले नाथ की महिमा अपरंपार है। यहां सुबह से शाम तक अनवरत अभिषेक किया जाता है। यहां भोले बाबा पहाड़ पर प्राकृतिक गुफा में विराजे हैं, जिसका उल्लेख शिवपुराण में भी मिलता है। इस मंदिर की विशेषता यह है कि इसे रामेश्वरम का उपलिंग भी कहा जाता है। कई भक्त ऐसे हैं, जो प्रतिदिन अभिषेक और दर्शन करने पहुंचते हैं। यहां प्रतिदिन सुबह 8 बजे भगवान की मंगला आरती की जाती है।
पाटबाबा हनुमान मंदिर में आरती
जीसीएफ की पहाड़ी पर स्थित पाट बाबा मंदिर में श्री हनुमान जी की विशेष आरती हर मंगलवार को शाम साढ़े सात बजे की जाती है। यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं की मान्यता है कि हनुमानजी जिस तरह से जीसीएफ के बनने में सारी अड़चनों को दूर किया था, वैसे ही उनकी बाधाओं को भी दूर करते हैं।
गायत्री परिवार करता है प्रतिदिन यज्ञ :
गायत्री परिवार को संस्कारों के लिए जाना जाता है। दमोह रोड स्थित मनमोहन नगर गायत्री शक्तिपीठ में सुबह से रात तक धार्मिक आयोजन होते हैं। यहां नियमित रूप से सुबह 8 बजे यज्ञ किया जाता है। इसके साथ ही मां गायत्री की आराधना की जाती है। शहर में इस मंदिर की स्थापना 40 वर्ष पहले आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा ने की थी। अगर आप शहर में हैं तो यहां दर्शन करने के लिए पहुंचे आपको आनंद और आत्मिक सुख की प्राप्ति होगी।
श्रीकृष्ण भक्ति :
आइए हम चलते हैं श्री गोपाल मंदिर घमापुर में यहां प्रतिदिन सुबह 7.30 बजे से सामूहिक देवपूजा कर भगवान की भक्ति की जाती है। मंदिर समिति द्वारा भगवान श्रीकृष्ण का नित्य पूजन किया जाता है। स्वामी कृष्ण राज आराध्य के नेतृत्व में यहां भगवान की सेवा करने की अलग ही परंपरा है।