Jabalpur News : नई दुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। भारतीय रेलवे एक ही ट्रैक पर दो स्टेशनों के बीच यात्रा करने पर यात्रियों से दो अलग-अलग किराया वसूल रहा है। उसमें भी एक छोर से जारी हो रही टिकट दर के मुकाबले दूसरे छोर की टिकट दर की बिल्कुल राशि दोगुनी है। मामला जबलपुर-नैनपुर रेलखंड में संचालित ट्रेनों का है। जहां, नैनपुर-जबलपुर के बीच पैसेंजर ट्रेन में यात्रा पर दक्षिण पूर्व मध्य रेल की प्रति यात्री अनारक्षित टिकट दर 30 रुपये है। इसी मार्ग पर जबलपुर-नैनपुर के बीच यात्रा के लिए पश्चिम मध्य रेल प्रति यात्री 60 रुपये किराया वसूल रहा है। इस रेलखंड में स्थित 10-15 किमी के दायरे वाले स्टेशन की यात्रा पर दोनों छोर से किराये में बड़ा अंतर है। एक ही रेलखंड पर साधारण टिकट की दो अलग-अलग दर से यात्रियों का सिर चकरा रहा है। इस अजीबोगरीब स्थिति में ज्यादा किराया वसूलकर पश्चिम मध्य रेलवे मालामाल हो रहा है। इधर, यात्रियों की जेब ढीली हो रही है।
एक ही रेलखंड में दो स्टेशनों के बीच आने-जाने के किराया राशि में अंतर का कारण ट्रेन की विशेष श्रेणी है। पश्चिम मध्य रेल की ओर से पैसेंजर ट्रेन को कोरोना काल से विशेष गाड़ी के रूप में संचालित किया जा रहा है, जिसमें पैसेंजर ट्रेन का साधारण श्रेणी का टिकट दर भी मेल-एक्सप्रेस के किराये के बराबर है। जबकि दक्षिण पूर्व मध्य रेल की ओर से जबलपुर की ओर यात्रा के लिए जारी किये जा रहे पैसेंजर ट्रेन के टिकट का साधारण श्रेणी किराया लिया जा रहा है, जिसकी टिकट दर विशेष गाड़ी से आधी है।
जबलपुर से नैनपुर की ओर जाना वाला रेल ट्रैक आगे मंडला, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट और गोंदिया तक जोड़ता है। रेलमार्ग से जुड़ने वाले प्रदेश के चार जिले आदिवासी अंचल का भाग है। यह पिछड़ा क्षेत्र है और यहां की आबादी अपेक्षाकृत आर्थिक रूप से कमजोर है। ब्राडगेज बनने के बाद जब से पैसेंजर ट्रेनें चलाई गई है स्थानीय जन विशेष गाड़ी रूप में पैसेंजर ट्रेन में अनारक्षित टिकट का ज्यादा किराया वसूलने का विरोध कर रहे हे। लगभग दो वर्ष बाद दक्षिण पूर्व मध्य रेल ने अनारक्षित साधारण किराया लागू कर यात्रियों की राहत दी है।
जबलपुर-नैनपुर रेलखंड में प्रतिदिन संचालित तीन जोड़ी पैसेंजर ट्रेन ही पश्चिम मध्य रेल की है। पमरे अभी तीनों पैसेंजर ट्रेन को विशेष गाड़ी के रूप में चला रहा है। हैरानी वाली बात ये है कि दक्षिण पूर्व मध्य रेल से इन्हीं विशेष गाड़ियों के लिए साधारण दर से अनारक्षित टिकट जारी की जा रही है। इस संबंध में रेल बोर्ड की ओर से अनारक्षित टिकट की दर विशेष से साधारण किये जाने का आदेश बताया जा रहा है। हैरानी वाली बात ये है कि पश्चिम मध्य रेल के अधिकारियों साधारण किराया लागू किये जाने संबंधी आदेश से अनभिज्ञ है। पमरे के मुख्य जनंसपर्क अधिकारी हर्षित श्रीवास्तव मामले में जानकारी मांगने पर चौबीस घंटे बाद भी स्थिति स्पष्ट नहीं कर सकें। उन्होंने अनारक्षित टिकट की अलग-अलग दर की जानकारी होने से मना किया है।