पांच सिंहस्थों को दी निर्बाध आपूर्ति, छठे सिंहस्थ 2028 के लिए भी तैयार
सिंहस्थ 2028 को देखते हुए उज्जैन की विद्युत पारेषण प्रणाली को और अधिक सुदृढ़ व आधुनिक बनाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। मध्य प्रदेश का पहला 132 केवी सबस्टेशन ज्योति नगर उज्जैन अपनी 65 वर्षीय गौरवपूर्ण सेवा यात्रा के साथ आगामी सिंहस्थ के लिए विशेष रूप से तैयार किया जा रहा है।
Publish Date: Tue, 18 Nov 2025 10:22:06 AM (IST)
Updated Date: Tue, 18 Nov 2025 10:22:45 AM (IST)
सिंहस्थ 2028 को देखते हुए उज्जैन की विद्युत पारेषण प्रणाली को और सुदृढ़ बनाने की तैयारी।HighLights
- अधिक सुदृढ़ व आधुनिक बनाने के लिए विशेष प्रयास।
- ऊर्जा मंत्री ने कहा, सिंहस्थ सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में।
- मप्र पावर ट्रांसमिशन को निर्बाध विद्युत आपूर्ति का निर्देश।
नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर : सिंहस्थ 2028 को देखते हुए उज्जैन की विद्युत पारेषण प्रणाली को और अधिक सुदृढ़ व आधुनिक बनाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। मध्य प्रदेश का पहला 132 केवी सबस्टेशन ज्योति नगर उज्जैन अपनी 65 वर्षीय गौरवपूर्ण सेवा यात्रा के साथ आगामी सिंहस्थ के लिए विशेष रूप से तैयार किया जा रहा है।
वर्ष 1960 में प्रारंभ हुआ यह सबस्टेशन
17 नवंबर वर्ष 1960 में प्रारंभ हुआ यह सबस्टेशन प्रदेश में ट्रांसमिशन नेटवर्क के विकास का एक महत्वपूर्ण आधार रहा है। इसने बीते पांच सिंहस्थों में उज्जैन को निर्बाध विद्युत आपूर्ति देकर अपनी तकनीकी क्षमता और विश्वसनीयता सिद्ध की है। अब छठे सिंहस्थ 2028 की आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु उन्नत सुविधाओं के साथ तैयार है।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा है कि सिंहस्थ सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से है। मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी को सिंहस्थ 2028 के दौरान निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए इस ऐतिहासिक सबस्टेशन मे तकनीकी उन्नयन, आधुनिकीकरण और समुचित रखरखाव के निर्देश दिए हैं।
सिंहस्थ क्षेत्र को विद्युत उपलब्ध कराने में इस सब स्टेशन से निकलने वाले 33 केवी खेड़ापति फीडर की भूमिका विशेष रूप से महत्वपूर्ण रही है।