जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। वेटरनरी विद्यार्थियों की परीक्षाओं को समय पर करने के लिए आनलाइन परीक्षा लेना शुरू कर दी है, जिसका फायदा नानाजी देशमुख पशुचिकित्सा विश्वविद्यालय के यूजी, पीजी और पीएचडी के विद्यार्थियों को मिला है। अब विवि की बजाए मध्यप्रदेश के वेटरनरी विभाग ने उन विद्यार्थियों को राहत दी है, जिनकी अब तक इंटर्नशिप नहीं हुई।
विवि के यूजी फाइनल ईयर के विद्यार्थियों को राहत देते हुए पशुपालन विभाग ने विवि के कुलसचिव का आदेशित किया है कि वर्तमान में जो वेटरनरी छात्र—छात्राएं जहां हैं, वहीं रहकर अपनी इंटर्नशिप पूरी करें। इस संबंध में वेटरनरी विभाग ने आदेश भी जारी कर दिया है।
क्या है आदेश: वेटरनरी विभाग के अवर सचिव कलिस्ता कुजूर ने विवि के कुलसचिव एसके जोशी को पत्र लिखकर कहा है कि विवि के अंर्तगत आने वाले तीन महाविद्यालय जबलपुर, रीवा और महू के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की इंटर्नशिप कोविड 19 के संक्रमण की वजह से स्थगित की गई थी, जिस कारण विद्यार्थियों को सेशन लेट हो गया है। उनकी डिग्री में विलंब होने की वजह से विभाग ने निर्णय लिया है कि जो वेटरनरी के छात्र और छात्राएं वर्तमान में जहा हैं, वहीं रहकर अपनी इंटर्नशिप पूरी करें।
विवि, कॉलेज या विभाग में जाएं: वेटरनरी विभाग के इस आदेश के बाद विवि प्रशासन ने तीनों वेटरनरी कॉलेज के विद्यार्थियों को राहत दे दी है। उन्होंने यूजी के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों से कहा है कि वे जिस शहर, प्रदेश में हैं, वही रहकर वेटरनरी विवि, कॉलेज, विभाग और संस्थान में जाकर अपनी इंटर्नशिप पूरी करें, ताकि उनकी डिग्री समय पर हो सके और उनकी नौकरी या प्रवेश की प्रक्रिया आगे बढ़े।
आ रही थी परेशानी
— वेटरनरी विवि के यूजी अंतिम वर्ष की इंटर्नशिप जून में पूरी हो जाती है
— कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन की वजह से यह समय पर नहीं हो पाई
— वेटरनरी विभाग से दिशानिर्देश न मिलने से विवि निर्णय नहीं ले पा रहा था
— इस वजह से विद्यार्थी अपनी डिग्री पूरी करने को लेकर परेशान थे
— तीन कॉलेज के सैकड़ों विद्यार्थियों का भविष्य अधर में था
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कोरोना संक्रमण से बचने लगाए गए लॉकडाउन के दौरान विद्यार्थियों की इंटर्नशिप पूरी नहीं हो सकी, जिससे उनकी डिग्री में देरी हुई। अब जब वेटनरी विभाग के स्पष्ट निर्देश मिल गए हैं तो विद्यार्थियों को राहत मिली है। हमारा प्रयास है कि किसी भी वेटरनरी विद्यार्थी की परीक्षा और डिग्री लेट न हो।
डॉ. उमेश शर्मा, अध्यक्ष वीसीआई