जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। वाहन निर्माणी जबलपुर वीएफजे अब नए सुरंगरोधी वाहन माॅडिफाई माइंस प्रोटेक्टिव्ह व्हीकल को और उन्नत बनाएगी। निर्माणी के महाप्रबंधक अतुल गुप्ता ने यह विचार वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित यूजर इनेरटैक्शन मिलन-2020 में व्यक्त किए। इस दौरान निर्माणी के ग्राहक आर्मी, सीआरपीएफ और अशोक लीलैंड, टाटा के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
कोविड-19 की वजह से यह वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम का शभारंभ संयुक्त महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल व हर्ष भटनागर ने किया। कार्यक्रम अध्यक्ष वीएफजे महाप्रबंधक ने सभी ग्राहकों के सामने निर्माणी के परंपरागत युद्धक वाहन स्टेलियन, एलपीटीए, माइंस प्रोटेक्टिव व्हीकल एमएपीवी, वाॅटर बाउजर, किचन कंटेनर की खूबियों का जिक्र किया।
उन्होंने निर्माणी में 130एमएम पुरानी सारंग तोप को 155एमएम में अपग्रेड करने की जानकारी भी दी। उन्होंने कहा कि निर्माणी में अपग्रेड सारंग तोप की मारक क्षमता 28 से बढ़कर 38 किलोमीटर है। यह तोप वजन में बेहद हल्की होने से दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में परिवहन करके ले जाना आसान है। इस तोप की खूबियां भारतीय सेना को बेहद पसंद आईं हैं। इसके अलावा निर्माणी में नए सुरंगरोधी वाहन को उन्नत करने का काम लगातार चल रहा है। सैन्य जवानों की सुविधा और जरूरतों का ध्यान रखकर इस युद्धक वाहन को विभिन्न प्रकार की सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। इस दौरान निर्माणी के अपर महा प्रबंधक बीपी तिवारी, रामेश्वर मीना, सुबी सेमुआयल आदि उपस्थित रहे।
शक्तिशाली इंजन लगाया: वीएफजे के नए सुरंगरोधी वाहन एमएमपीवी में बेहद शक्तिशाली इंजन लगाया गया है। यह बुलेटप्रूफ वाहन बख्तरबंद गाड़ी उबड़-खाबड़, पथरीले, रेतीले क्षेत्रों में तेज रफ्तार से दौड़ सकता है। इस वाहन में एकसाथ 12 सैन्य जवान सवार होकर दंगाग्रस्त, आतंकी हमले की आशंका वाले क्षेत्रों में आसानी से गश्त कर सकते हैं।
हमला करना आसान: एमएमपीवी में बुलेटप्रूफ शीशे व लोहे की चादर लगाई गई है। इस वाहन में सैन्य जवान की सीट के पास ही छोटे-छोटे छिद्र भी मौजूद हैं, जिनमें बंदूक की नाल डालकर सैन्य जवान वाहन के अंदर सुरक्षित रहकर दुश्मनों या दंगाईयों पर आसानी से हमला कर सकता है।
जबरदस्त धमाके का असर नहीं: सुरंगरोधी वाहन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि सीमा पर या आतंकी या नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की जमीन पर बिछी 5-35 किलोग्राम बारूदी सुरंग के जबरदस्त धमाकेे का असर नहीं होता। धमाका होते ही यह वाहन हवा में कई फीट उपर उछलने के बाद जमीन पर गिरता है, लेकिन इसके अंदर बैठे व्यक्ति को खरोंच तक नहीं आती।