Jabalpur News : नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। जबलपुर रेल मंडल की सीमा में रविवार रात एक बड़ा रेल हादसा हो गया। घटना कटनी-सिंगरौली रेलखंड के ब्यौहारी-छतैनी रेलवे स्टेशन के बीच हुई। मालगाड़ी के सात डिब्बे पटरी से उतरे और लगभग 500 मीटर बिना ट्रैक पर दौड़ते रहे। इस दौरान लगभग एक किमी लंबा रेलवे ट्रैक बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। घटना रविवार रात लगभग दो बजे हुई थी, जिसके बाद जबलपुर रेल मंडल से डीआरएम विवेक शील समेत इंजीनियरिंग, सिग्नल और अन्य विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए और घटना से हुए नुकसान और सुधार काम करने की योजना में जुट गए।
पटरी सुधारने के लिए मौके पर तत्काल रेलवे के 100 से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारी पहुंचे, लेकिन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए ट्रैक को कम से कम समय में सुधारना चुनौती थी। इस वजह से रेलवे ने तत्काल लगभग 300 निजी कर्मचारियों को बुलाया गया। इसके बाद पटरियां उठाने और नई लगाने के लिए जबलपुर रेल मंडल ने बिलासपुर, प्रयागराज मंडल से मदद भी ली। वहीं मौके पर छह पोकलेन मशीन, 4 हाडड्रा, 4 जेसीबी और क्रेन मांगवाइ गई और फिर शुरू हुआ सुधार कार्य, जो सोमवार रात तक चलता रहा। हालांकि रात लगभग 10 बजे रेलवे ट्रैक से ट्रेनों की निर्धारित गति में आवाजाही शुरू कर दी।
दुर्घटना स्थल पर अंधेरा और ठंड होने की वजह से काम करने में मुश्किल आई। लगभग एक किमी के दायरे में 400 कर्मचारी पटरी सुधारने में लगे रहे, लेकिन घटना में हुए नुकसान को अनुमान लगाने, कर्मचारियों को देखने और पटरी सुधारने का काम शुरू करने की योजना बनाना सबसे बड़ी चुनौती रही। इस दौरान रेलवे का हाइ क्वालिटी ड्राेन, रेल अधिकारियों की आंख बना। दिन और रात के वक्त भी साफ तस्वीर लेने वाले रेलवे ड्रोन की टीम मौके पर पहुंची और चंद मिनट बाद ड्रोन की तस्वीरों ने बता दिया कि घटना में मालगाड़ी कहां और किस हालात में डिब्बे गिरे हैं। इस दौरान राहत-बचाव कार्य शुरू करने में ड्रोन ने मदद की और रेलवे की आंख बनकर हर हालात को तस्वीरों से बयां कर दिया।
रेलवे ने जबलपुर से हावड़ा जाने वाली शक्तिपुंज एक्सप्रेस को इस रूट से ले जाने की बजाए कटनी से सतना, मानिकपुर, प्रयागराज मार्ग से होते हुए हावडा की ओर रवाना किया गया। वहीं हावड़ा से जबलपुर आने वाली शक्तिपुंज एक्सप्रेस नंबर 11448 को मार्ग बदलकर धनबाद, चौपन, चुनार, प्रयागराज छिवकी, सतना मार्ग से जबलपुर लाया गया। इधर अजमेर-संतरागाछी ट्रेन न. 18010 को भी उक्त मार्ग से चलाया गया।। कटनी से बरगावां जाने वाली एवं वापसी मेमू ट्रेन न.06623/24 एवं जबलपुर- सिंगरौली इंटरसिटी ट्रेन न.11651/52 को भी निरस्त किया । सोमवार को जबलपुर से हावड़ा जाने वाली शक्तिपुंज एक्सप्रेस नंबर 11447 को इसके निर्धारित रेल मार्ग के स्थान पर जबलपुर से चलकर कटनी, सतना, मानिकपुर, प्रयागराज छिवकी मार्ग से होते हुए हावड़ा की ओर दो घंटे तीस मिनट देरी से रवाना किया।
रेलवे ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। हालांकि जबलपुर रेल मंडल ने प्रारंभिक तौर पर सुपरवाइजर स्तर की जांच शुरू की है। इसके बाद जांच रिपोर्ट के आधार पर जे ग्रेड स्तर पर जांच होगी। वहीं दूसरी ओर जबलपुर रेल मंडल हादसे की सही वजह नहीं बता पा रहा है, लेकिन रेलवे सूत्र बताते हैं कि ठंड की वजह से पटरी में क्रेक आ गया था और माल गाड़ी के डिब्बे पटरी से उतर गए। सूत्र बताते हैं कि मालगाड़ी में तय मात्रा से ज्यादा कोयला था। इस वजह से डिब्बे का वजह पटरी नहीं संभाल पाई। इधर जांच के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि हादसा कैसे और कम हुआ।