
पेटलावद (नईदुनिया न्यूज)। स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद मानी जाने वाली हरी सब्जियां बीमारी भी दे सकती हैं। शहर के पास मेला ग्राउंड से लेकर पंपावती नदी पुल तक आसपास से निकले नाले के गंदे पानी से सब्जी उगाई जा रही है। जो बाजार में बेची जा रही हैं। नाले के गंदे पानी से सींचकर उगाई जा रही।
सब्जी अपने साथ कई बीमारी के जीवाणु लोगों के घर तक पहुंचा रही हैं। हरी सब्जी से अच्छी सेहत की उम्मीद लगा रहे लोगों के लिए यह घातक साबित हो सकती है। शहर के नाले से बड़े पैमाने पर कुछ किसानों द्वारा फसले और सब्जी की खेती की जा रही है। यह सब्जी शहर के बाजार में बेची जाती है। जिसे लोग हरी और ताजी मानकर खरीदते हैं, जबकि इसमें गंदे पानी के तमाम अवगुण मिले होते हैं।
कच्ची सब्जी होती है अधिक नुकसानदायक
नाले के पानी से कई तरह की बीमारियां होती हैं। इसके उपयोग से पैदा की जा रही सब्जियों से भी ऐसी घातक बीमारियां हो सकती हैं। ऐसी सब्जियां जो बिना पकाए सीधे खाई जाती हैं। उनसे अधिक खतरा रहता है। जैसे टमाटर, हरी मिर्च, प्याज आदि का उपयोग सलाद के रूप मे किया जाता है। ये सब्जियां अधिक नुकसान करती हैं। इसके साथ ही जमीन की उर्वरा क्षमता भी घट जाती है।
कैंसर होने की संभावना
- पेटलावद डा. जीएस चोयल का कहना है कि दूषित पानी से सिंचित हरी सब्जियों का सेवन लंबे समय तक करने से कैंसर होने की संभावना होती है। ऐसी सब्जियों में कई रोगजनक माइक्रो न्यूट्रिएंट की मात्रा शामिल हो सकती है।
पीलिया और लीवर संबंधी रोग संभव-
- पेटलावद डॉ एमएल चौपड़ा का कहना है कि घर से निकले अपशिष्ट को बहाने वाले नालों के पानी में घुले लेड से हड्डियां कमजोर पडे के साथ जॉन्डिस का खतरा बढ़ जाता है, जबकि आर्सेनिक लीवर के लिए स्लो पॉयजन जैसा साबित होता है। कास्टिक की अधिकता किडनी को प्रभावित करती है। गंदे पानी में हैवी मेटल होते हैं जो मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हैं। हालांकि गंदे पानी से उग रहीं सब्जी का उपयोग के दुष्परिणाम तत्काल सामने नहीं आते तथा धीरे-धीरे बीमारी जन्म लेती है।