थांदला रोड (नईदुनिया न्यूज)। केंद्र व राज्य शासन द्वारा कोरोना काल के आरंभ से लगाए गए प्रतिबंध हटाने के बाद ग्रामीण अंचल में भारतीय रेल सुगमता व सुलभ यात्रा के लिए एक सेतु का कार्य कर रही है। किंतु रेलवे के प्रयोगधर्मी अधिकारियों के नए फरमान अन्य यात्रियों को जनरल टिकट से यात्रा न करने से आम यात्री खासे परेशान हैं।
रेल विभाग के उक्त आदेश से रेलवे को ही घाटा हो रहा है। दिल्ली-मुंबई के बीच अंतरक्रांति स्टेशन कहे जाने वाले थांदला रोड स्टेशन पर ट्रेनों के समय में किए गए आंशिक परिवर्तन से आमजन परेशान है। कई ट्रेनों का समय परिवर्तित हो जाने से व कई ट्रेनों में आरक्षण लागू होने से अंचल का जनमानस परेशान है। वह महंगे किराए से सड़क मार्ग से गंतव्य की ओर जाने हेतु मजबूर है। विदित हो कि मुंबई से देहरादून तक व देहरादून से मुंबई की ओर जाने वाली देहरादून एक्सप्रेस का समय पूर्व की भांति किए जाने की मांग बलवती होती जा रही है। उल्लेखनीय है कि 19020 डाऊन ट्रेन ेदेहरादून-रतलाम से सुबह 9.25 बजे चलकर मुंबई की ओर प्रस्थान करती है। वहीं 19019 देहरादून-दाहोद ट्रेन सुबह 9.05 बजे चलकर रतलाम 11.40 बजे तक पहुंचती है। ऐसे में सुबह रतलाम से दाहोद की ओर जाने हेतु 8.20 बजे से शाम 6.20 तक कोई भी लोकल ट्रेन नहीं है। ऐसे में लोगों ने जनप्रतिनिधियों व रेलवे के आला अधिकारियों को देहरादून ट्रेन में आरक्षण अविलंब खत्म कर पूर्व समय से चलाने की मांग की थी। किंतु विभाग ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। वहीं लंबे समय से बंद पड़ी जनता एक्सप्रेस जिसमें सुबह बड़ौदा इलाज हेतु जाने वाले बीमार के स्वजन ट्रेन बंद होने से निजी वाहनों से भारी परिवहन व्यय कर जाना उनकी मजबूरी बना हुआ है। जनता एक्सप्रेस को पुनः चालू करने वह देहरादून का समय पूर्ववत करने की मांग पर आम जनमानस अ.डा हुआ है। क्या रेल विभाग इस ओर ध्यान देकर यात्रियों से छीनी गई सुविधा बहाल कर पाएगा। उक्त ट्रेनों के समय परिवर्तन जनता एक्सप्रेस को पुन चालू करने की मांग कई बार ग्रामीणों ने क्षेत्रीय सांसद गुमानसिंह डामोर से भी की थी। किंतु उन्होंने इस ओर आज तक ध्यान नहीं दिया।
11 जेएचए 10 - ट्रेनों के इंतजार में यात्री होते रहते हैं परेशान।