झाबुआ (नईदुनिया प्रतिनिधि)। लंबे समय से झाबुआ-रतलाम मार्ग को फोरलेन बनाने की मांग की जा रही थी। इसकी स्वीकृति मिल चुकी है। 110 किलोमीटर के इस मार्ग पर दो हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। यह मार्ग फोरलेन बनेगा। मार्ग बनने की सूचना बुधवार को प्रेसवार्ता के दौरान सांसद गुमानसिंह डामोर ने दी। प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए सांसद ने कहा कि लंबे समय से आलीराजपुर-झाबुआ-रतलाम मार्ग को फोरलेन बनाने की मांग की जा रही थी। 110 किलोमीटर के इस मार्ग से बड़ी संख्या में प्रतिदिन आगमन होता है। फिलहाल, झाबुआ से रतलाम तक का मार्ग को नेशनल मार्ग बनाया जा रहा है। इसकी शुरुआत बुधवार से हो चुकी है।
डामोर ने बताया कि रतलाम के समीप इंडस्ट्री एरिया बनाने का प्रस्ताव भी प्रदेश सरकार को भेजा गया है। शीघ्र ही रतलाम के समीप इंडस्ट्री एरिया शुरू किया जाएगा। ताकि, झाबुआ-आलीराजपुर-रतलाम जिले के युवाओं को काम मिल सके। प्रेसवार्ता में ओमप्रकाश शर्मा, दौलत भावसार मौजूद रहे।
157 ई नेशनल हाइवे का मिला दर्जा
सांसद डामोर ने कहा कि झाबुआ से रतलाम तक बनने वाले इस मार्ग को 157 ई नेशनल हाईवे का दर्जा मिला है। बुधवार को पीडब्लूडी विभाग द्वारा झाबुआ से रायपुरिया तक का मार्ग नेशनल हाइवे को सौंपा गया है। दूसरे चरण में जल्द ही रायपुरिया से माही नदी तक का मार्ग पीडब्लूडी विभाग नेशनल हाईवे को सौंपेंगा।
नर्मदा पाइपलाइन भी डलेगी
नर्मदा नदी से रतलाम तक शीघ्र ही पाइपलाइन डाली जाएगी। यह रानापुर, झाबुआ, मेघनगर, थांदला, पेटलावद से होकर गुजरेगी। इस पाइपलाइन का फायदा जिले के रहवासियों को भी मिलेगा। यहां के जल संकट को दूर करने के लिए माही डैम से रतलाम तक पाइपलाइन डाली जाएगी। इसका भी कार्य शीघ्र शुरू होगा।
झाबुआ-कल्याणपुरा होकर बनेगा मार्ग
झाबुआ से रतलाम तक बनने वाले इस नेशनल हाइवे को झाबुआ-कल्याणपुरा व रायपुरिया, पेटलावद होकर बनाया जाएगा। यह मार्ग फोरलेन बनेगा। पुराने मार्ग की झाबुआ से रतलाम की दूरी 120 किलोमीटर है। लेकिन, नया मार्ग बनने के बाद इसकी दूरी 110 किलोमीटर के करीब हो जाएगी। यह मार्ग 2025 तक बनकर तैयार हो जाएगा।