कटनी (नईदुनिया प्रतिनिधि)। कटनी नदी में हिरन नदी के पुल में लगा अंग्रेजों के जमाने का गाटर बदल दिया गया। इसके लिए छह घंटे का मेगा ब्लॉग। इसमें अप-डॉउन गाड़ियां प्रभावित हुईं। इस गाटर के कारण माल गाड़ियों के डिब्बों के टकराने का खतरा बना रहता था। इस काम के बाद अब मालगाड़ियां सामान्य स्पीड पर यहां से निकल सकेंगे। इससे पहले इस विशेष स्थान पर मालगाड़ियां तीस किलोमीटर प्रतिघंटे से अधिक की रफ्तार से नहीं निकल सकती थीं।
मेगा ब्लाग 6.45 से 12.45 तक था समय पर इंजीनियरिंग टीम ने काम पूरी कर दिया। जानकारी के मुताबिक इतना भारी गाडर क्रेन की मदद से नहीं बदला जा सकता था। इसलिए इसे बदलने में साइड स्लोइंग तकनीक का सहारा लिया गया। बगल वाली लाइन वाली लाइन के गाटर को यहां पर शिफ्ट किया गया। बगलवाली लाइन में नया गाटर लगाया गया। रेलवे के इस ब्लॉग की जानकारी यात्रियों तक समय से न पहुंच पाने के कारण कई यात्रियों को इस कार्य से परेशानी का सामना करना पड़ा। कटनी रेलवे स्टेशन से जबलपुर की ओर सुबह से ट्रेन न होने के कारण यात्रियों ने बस का सहारा लिया और तकलीफ उठाकर आगे का सफर किया।
बदले गए ट्रेन के रूटः रेलवे द्वारा जबलपुर-कटनी रेल खंड में आने वाले हिरण नदी के ब्रिज की मरम्मत का काम शनिवार सुबह से शुरू किया। जबलपुर रेल मंडल का इंजीनियरिंग विभाग पुल के पुर्जे बदल रहा है। इस वजह से ट्रेनों को रद और उनके रूट बदले गए । इस दौरान जबलपुर से रीवा जाने वाली शटल को रद कर दिया गया वहीं यह रीवा से जबलपुर आने वाली शटल भी रद्द रही। जबलपुर-कटनी रेल खंड में सुबह से ही ट्रेनों के आवाजाही बंद रही। कटनी से जबलपुर की ओर आने वाली ट्रेन 12150 पुणे एक्सप्रेस और ट्रेन 11062 पवन एक्सप्रेस को कटनी से जबलपुर नहीं लाया गया।
बल्कि इस ट्रेन को कटनी से दमोह, सागर, बीना, भोपाल मार्ग से इटारसी से आगे निकाला गया। वहीं मुंबई से आने वाली जनता एक्सप्रेस नंबर 13202 इटारसी से जबलपुर लाने की बजाए भोपाल से बीना, सागर, कटनी होकर पटना की ओर से जा रही है। उधना बनारस एक्सप्रेस तथा कुर्ला रांची एक्सप्रेस को भी इसी मार्ग से चलाया जा रहा है। इटारसी से कटनी के लिए चलने वाली पैसेंजर गाड़ी को जबलपुर में ही समाप्त कर दिया गया। यह पैसेंजर गाड़ी जबलपुर से ही इटारसी की ओर वापस होगी।
विश्वरंजन सीनियर डीसीएम विश्वरंजन ने बताया कि इसमें जबलपुर ब्रिज विभाग के चीफ इंजीनिय ओपी तंवर, ओपन लाइन के मंडल अभियंता अभिषेक मिश्रा, टीआरडी विभाग वीरेंद्र कुमावत, ओपन लाइन से एडीआरएमअमितोष वल्लभ, सहित अन्य अधिकारियों का सहयोग रहा।