नईदुनिया प्रतिनिधि, खंडवा। हरसूद थाना क्षेत्र में मानसिक रूप से विक्षिप्त युवती से दुष्कर्म का मामला सात माह बाद सामने आया है। युवती ने इसी वर्ष मार्च महीने में एक बालिका को जन्म दिया था। युवती अविवाहित है और उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण जन्म के समय अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को इसकी सूचना दी थी। सूचना पर पुलिस जब युवती के माता-पिता के पास पहुंची तो वे कोर्ट-कचहरी के झंझट से डरकर शिकायत दर्ज कराने को तैयार नहीं हुए और महाराष्ट्र मजदूरी करने चले गए। माता-पिता नवजात बालिका को अपने साथ नहीं रखना चाहते थे, जिसके बाद बालिका को खंडवा के किलकारी शिशु गृह में रखा गया है, जहां उसका पालन-पोषण हो रहा है।
सात महीने बाद जब युवती के परिजन गांव लौटे तो पुलिस ने उन्हें दोबारा मामले की जानकारी दी। शुरुआत में वे फिर आनाकानी करने लगे, लेकिन पुलिस ने काउंसलिंग कर उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकारी वकील की मदद से पूरी कानूनी सहायता दी जाएगी। इसके बाद परिजन रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तैयार हुए।
दुष्कर्म का केस दर्ज कर जांच शुरू
फिलहाल अज्ञात आरोपित के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज कर जांच शुरू की गई है। पीड़िता मानसिक रूप से कमजोर है। स्वजन के अनुसार वह कुछ साल पहले बीमार हो गई थी, जिसके बाद उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ गई और वह अक्सर घर से भटक जाती थी। अब आरोपित की पहचान के लिए पुलिस मुखबिर तंत्र की मदद ले रही है।
राजकुमार राठौर, थाना प्रभारी, हरसूद