मनीष करे, खंडवा: तीर्थनगरी ओंकारेश्वर का एकात्म धाम अध्यात्म के साथ पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश देगा। नर्मदा और कावेरी नदी के बीच ओंकार पर्वत को प्रदूषण से मुक्त रखने के लिए मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम ने विशेष कार्य योजना बनाई है।
बता दें कि, पर्वत को हराभरा रखने के लिए 36 एकड़ में अद्वैत वन विकसित करने के साथ ही यहां डीजल वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित होगा। श्रद्धालुओं को एकात्म धाम पर आचार्य शंकर की 108 फीट ऊंची बहुधातु से निर्मित ‘एकात्म प्रतिमा’ और शंकर लोक संग्रहालय तक आवाजाही के लिए बैटरी चलित वाहन के साथ ही रोपवे की सुविधा प्रस्तावित की गई है।
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ओंकारेश्वर में आचार्य शंकराचार्य की स्मृतियों को सहेजने और अद्वैत वेदांत का संदेश विश्व को देने के लिए ओंकार पर्वत पर 2192 करोड़ रुपये की लागत से एकात्म धाम को आकार दिया जा रहा है। यहां प्रस्तावित लोक संग्रहालय भारत की सांस्कृतिक विरासत, अद्वैत वेदांत दर्शन और आचार्य शंकर के जीवनदर्शन को समर्पित होगा। एकात्म धाम को ग्लोबल सेंटर आफ वननेस (Global Center of Oneness) के रूप में विकसित करने के लिए इस परियोजना को फोर स्टार रेटिंग के मानकों के अनुरूप बनाया जाएगा।
इस परियोजना में सौर ऊर्जा, वर्षा जल संचयन, अपशिष्ट प्रबंधन, ऊर्जा दक्षता और प्राकृतिक संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग प्रमुख होगा। ओंकार पर्वतमाला को प्रदूषण से मुक्त रखने के लिए पर्यटन विकास निगम 465 मीटर लंबी रोपवे सेवा प्रारंभ करेगा। ज्योतिर्लिंग आने वाले श्रद्धालु ओंकार पर्वत गौरी सोमनाथ से जेपी चौक के बीच सतपुड़ा विंध्याचल पर्वत से नर्मदा का विहंगम दृश्य रोपवे से निहार सकेंगे। इसके टेंडर जल्द जारी किए जाएंगे। योजना का संचालन सार्वजनिक-निजी भागीदारी यानी पीपीपी मोड पर होगा।
धाम पर 465 मीटर लंबा रोपवे विकसित किया जा रहा है, जो श्रद्धालुओं को जेपी चौक से ओंकार पर्वत स्थित गौरी सोमनाथ मंदिर तक 10 मिनट में पहुंचा देगा। इससे पर्वत पर वाहनों की आवाजाही में कमी के साथ ही यात्रियों को पर्वत की चढ़ाई से भी राहत मिल सकेगी।
जेपी चौक से गौरी सोमनाथ मंदिर तक छह ट्रालियां चलेंगी। एक ट्राली में आठ श्रद्धालु सफर कर सकेंगे। रोपवे सेवा सिंहस्थ 2028 से पहले शुरू करने का लक्ष्य है। रोपवे स्टेशन पर पर्यटकों को अनेक सुविधाएं मिल सकेंगी।
ओंकारेश्वर में वर्ष 2023 से रोपवे प्रस्तावित है। पूर्व में परियोजना के लिए 19.35 करोड़ रुपये का टेंडर जारी हुआ था। इसके निर्माण में कंपनियों ने रुचि नहीं दिखाई थी। अब पर्यटन विभाग इसके टेंडर जारी करेगा।
इस संबंध में जानकारी देते हुए मप्र पर्यटन विकास निगम के संयुक्त संचालक प्रशांत सिंह बघेल ने बताया कि, ओंकारेश्वर में रोपवे की नया विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन तैयार किया जाएगा। इसके बाद निविदा जारी की जाएगी।