नईदुनिया प्रतिनिधि, खंडवा। इंदौर-एदलाबाद हाईवे पर खंडवा के निकट मोकलगांव में कालका ढाबा के पास दुर्घटना में जैन संत की मौत हो गई। वह नागपुर से इंदौर विहार कर रहे थे। बुधवार सुबह करीब 6:30 बजे अज्ञात वाहन की चपेट में आने से गजेंद्र मुनि महाराज की मौत हो गई। पंधाना थाना पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया गया है।
श्वेतांबर जैन संत ज्ञानगच्छ समुदाय के 69 वर्षीय गजेंद्र मुनि महाराज (निवासी वर्धमान नगर संभवनाथ मंदिर के पास नागपुर) का अंतिम संस्कार पंधाना स्थित मुक्तिधाम में समाजजन ने किया। विहार में गजेंद्र मुनि के साथ नरेंद्र मुनि, सचिन मुनि भी थे।
समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि गजेंद्र मुनि के सांसारिक भाई इंदरचंद बसंतीलाल गोलेछा दो पुत्र कैलाश और हेमंत गौलेच्छा हैं। मुनिश्री का चातुर्मास 2024 में नागपुर में हुआ था। पंधाना थाना प्रभारी दिलीप देवड़ा ने बताया कि दुर्घटना करने वाले वाहन की पहचान नहीं हो सकी है। मर्ग कायम कर जांच की जा रही है।
नईदुनिया प्रतिनिधि, धार। तीन-चार दिनों से लापता मोहनखेड़ा मंदिर के पुजारी का शव बुधवार को एहमद फाटे से अमोदिया के मार्ग से सटे एक खेत में मिला। छड़ावद निवासी 48 वर्षीय पुजारी केशर सिंह गागाजी राठौर तीन-चार दिनों से लापता थे। पुत्र ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। बु
धवार दोपहर करीब 12 बजे पुलिस को राहगीर से सूचना मिली कि अज्ञात व्यक्ति का शव एहमद फाटे से अमोदिया मार्ग पर पड़ा है। सूचना पर परिजन के अलावा एसडीओपी विश्वदीप सिंह परिहार एवं राजगढ़ थाना प्रभारी दीपक सिंह चौहान पुलिस बल के साथ पहुंचे। पुलिस ने मौके पर छानबीन की। शव से करीब 30 फीट दूर जहरीले पदार्थ की खाली बोतल पड़ी मिली। शव क्षत-विक्षत होने से पहचान में मुश्किल आ रही थी।
परिजन ने कपड़ों से शव की पहचान की। परिजन ने कहा कि पुजारी का किसी से कोई विवाद नहीं था। वह मोहनखेड़ा मंदिर में प्रतिदिन पूजा कर वहीं रहते थे। परिजन ने पुलिस से मामले की बारीकी से जांच करने की मांग की है। राजगढ़ थाना प्रभारी दीपक सिंह चौहान ने बताया कि मर्ग कायम किया है।