Khandwa Mhow Gauge Conversion: खंडवा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। खंडवा से महू के बीच लगभग 199 किलोमीटर तक मीटर गेज रेलवे लाइन को ब्राडगेज में बदला जाना है। साढ़े पांच साल में इसमें से सिर्फ 63 किलोमीटर (लगभग 31 प्रतिशत) हिस्से में रेल पाथ को ब्राड गेज में बदला जा सका है। अभी भी 69 फीसद काम अधूरा है। मीटर गेज को ब्राड गेज में परिवर्तन करने के लिए किया गया काम पूरा नहीं होने से अब यात्रियों की मुश्किल बढ़ती जा रही है। अधिक वर्षा के कारण बड़वाह में नर्मदा पुल पर आई दरार के बाद से आवागमन प्रभावित हुआ है। अब एक्वाडक्ट पुल से भी सिर्फ छोटे वाहन ही आना-जाना कर रहे हैं। ऐसे में अगर रेलवे का काम पूरा होता या रेल सुविधा को चालू किया जाता तो यात्रियों को कुछ हद तक सहूलियत हो सकती थी।
खंडवा-सनावद के बीच एक जनवरी 2017 से गेज परिवर्तन कार्य करने के लिए रेल यातायात बंद किया गया। साढ़े पांच वर्ष से अधिक समय होने के बाद भी कार्य पूरा नहीं हुआ है। सनावद से मथेला होते हुए खंडवा तक लाइन बनकर तैयार है, लेकिन रेल सेवा शुरू नहीं हो सकी है। उधर महू से मोरटक्का के बीच कुछ दिनों तक ट्रेन मीटर गेज रूट पर ही चलाई गई, जिसे रेलवे ने फिर से बंद कर दिया। जबकि ऐसे समय में जब सड़क मार्ग पर बने पुल के क्षतिग्रस्त होने से असुविधा हो रही है तो रेल मार्ग से सेवा शुरू करना जरूरी है। इस संबंध में रेलवे भी निर्णय नहीं ले पा रहा है।
70 से 110 किलोमीटर तक हो गई दूरी
महू से बलवाड़ा के बीच घाट सेक्शन आता है। इसमें कुछ स्टेशनों के बीच डबल इंजन लगाया जाता था। घाट सेक्शन को देखते हुए इस रूट को अधिक दूरी से लाया जा रहा है। पहले यह सर्वे में 70 किलोमीटर था। अब इसे बढ़ाकर करीब 110 किलोमीटर किया जा रहा है, ताकि चढ़ाई कम हो सके।
मोरटक्का पुल ही एकमात्र साधन
सड़क मार्ग से बड़वाह के पास मोरटक्का में नर्मदा नदी पर बने पुराना पुल व एक्वाडक्ट पुल ही आवागमन का साधन है। फिलहाल छोटे वाहन ही निकलने की अनुमति है।
110 किलोमीटर क्षेत्र में हो रहा सर्वे
महू से मुख्त्यार बलवाड़ा तक 110 किलोमीटर क्षेत्र में रेलवे फिर से सर्वे करा रहा है। इसके लिए एक कंपनी को टेंडर दिया गया है। इस कार्य के पूरा होने के बाद जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया होगी। रेलवे 2025-26 तक इस कार्य के पूरा होने की संभावना जता रहा है।
- साढ़े पांच साल में भी कार्य पूरा नहीं हो सका है। मीटर गेज लाइन से रेल यातायात बंद होने का क्षेत्र की जनता खामियाजा भुगत रही है। सनावद से खंडवा के बीच ग्रामीण परेशान हो रहे हैं। अब नर्मदा नदी पर बने पुल में दिक्कत होने से यात्री परेशान हैं। सनावद से मथेला होते हुए मेमू ट्रेन जल्द शुरू की जानी चाहिए। -मनोज सोनी, क्षेत्रिय मध्य रेल समिति सदस्य
- पहले महू से मोरटक्का तक रेल का संचालन मीटर गेज लाइन से किया जा रहा था, जिसे रेलवे ने बंद कर दिया। सनावद से मथेला तक ट्रैक तैयार है। ऐसे में मेमू ट्रेन जल्द शुरू करनी चाहिए। इससे आम जनता हो सहूलियत मिलेगी। -चंद्रकुमार सांड, जनमंच सदस्य
- रतलाम-खंडवा-अकोला तक 472 किलोमीटर ब्राडगेज रेल लाइन बनाने पर काम चालू है। महू से खंडवा तक अब लगभग 199 किलोमीटर ब्राडगेज रेल लाइन बनेगी। घाट सेक्शन को कम करने के लिए इसे बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए अधिकारियों ने निरीक्षण किया है। -खेमराज मीणा, जनसंपर्क अधिकारी, वेस्टन रेलवे
फैक्ट फाइल
- 2008-09 में रतलाम-महू-खंडवा कार्य को मिली अनुमति
- रतलाम-खंडवा-अकोला तक 472 किलोमीटर बनना है ब्राडगेज रेल लाइन
- रतलाम-महू-खंडवा तक 298 किलोमीटर वेस्टन रेलवे कराएगी काम
- खंडवा से अकोला तक 174 किलोमीटर साउथ सेंट्रल रेलवे कराएगी काम
- महू से बलवाड़ा तक 110 किलोमीटर का हो रहा अभी तक सर्वे
- बलवाड़ा से सनावद तक 26 किलोमीटर तक सर्वे के बाद जमीन अधिग्रहण की हो रही प्रक्रिया
- सनावद से मथेला होते हुए खंडवा तक 63 किलोमीटर का काम हो चुका है पूरा