Khandwa News: खंडवा नईदुनिया प्रतिनिधि। बेमौसम वर्षा ने सोमवार रात जिलेभर में फसलों को प्रभावित किया।ओलावृष्टि से सबसे ज्यादा किसान हरसूद ब्लाक के गांवों में हुआ है। पंधाना, खंडवा, पुनासा, किल्लोद सहित अन्य तीहसीलें भी नुकसानी से अछूती नहीं है। फसलों की स्थिति देख किसानों के आंखों में आंसू हैं। किसान सर्वे की मांग को लेकर तहसीलों में ज्ञापन दे रहे हैं।
किसान संगठन उचित मुआवजा नहीं मिलने की स्थिति में आंदोलन की रणनिती तैयार कर रहे हैं। इधर, राजस्व और कृषि विभाग ने फसलों का सर्वे शुरू कर दिया है। अधिकारी सर्वे के बाद रिपोर्ट मिलने पर नियमानुसार मुआवजा राशि देने की बात कह रहे हैं। मौसम से बिगड़ी फसलों की हालात को देखते हुए किसानों में शासन के समर्थन मूल्य पर क्वालिटी वाले ही गेहूं खरीदने के आदेश के खिलाफ भी किसानों में आक्रोश है।
भारतीय किसान संघ के उपाध्यक्ष सुभाष पटेल ने कहा कि इस साल मौसम ने कई बार फसलों को प्रभावित किया है। पहले ही गेहूं की बालियों में दाने नहीं थे, किसान किसी तरह फसल को पकने की स्थिति में लेकर आए। जब फसल पक कर खेत में तैयार हुई तो एक बार फिर प्रकृति मार से फसलें चौपट हो गई। वर्षा और ओलावृष्टि के कारण गेहूं, चने, तरबूज, प्याज आदि की फसल दागी हो चुकी है। ऐसे में किसान क्वालिटी वाला गेहूं कहां से लेकर आएगा।
समर्थन मूल्य पर खरीदी से पहले मप्र सरकार के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय ने कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि खरीदी केंद्रों पर नान एफएक्यू गेहूं की खरीदी ना की जाए। पिछले साल भी कई समितियों ने लो क्वालिटी का गेहूं खरीदा था जिसकी पुनरावृत्ति दोबारा ना हो।
खरीदी केंद्रों पर छन्ना व ग्रेडिंग मशीन की व्यवस्था कराएं ताकि खराब गेहूं आए तो केंद्र पर ही किसान गेहूं की साफ-सफाई कराएं। किसान संगठनों का कहना है कि आदेश में स्पष्ट है कि किसान को संसाधन तो मुफ्त में मिलेंगे लेकिन लेबर का खर्च किसान को ही भुगतना पड़ेगा।
भारतीय किसान संघ पुनासा के पदाधिकारियों ने फसल सर्वे की मांग को लेकर बुधवार को एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।पदाधिकारियों ने कहा कि 26 फरवरी की रात प्राकृतिक आपदा बेमौसम आंधी, तूफान के साथ हुई वर्षा से किसानों की फसलें खराब हुई है।
उनका अविलंब आंकलन (सर्वे) कराने संबंधी खंडवा जिले की समस्त तहसीलों में संबंधित अधिकारियों को आदेश करें। प्रभावित किसानों को आरबीसी 6 (4) के तहत बीमा राशि एवं राहतराशि दिलाई जाएं। इसी तरह के ज्ञापन अन्य तहसीलों में किसान संगठनों के पदाधिकारियों ने सौंपे।
मौसम के कारण फसलों को नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि से हरसूद क्षेत्र में ज्यादा नुकसान हुआ है। पटवारियों को खेतों में भेजकर फसल नुकसानी का सर्वे शुरू करा दिया है। नुकसानी के आंकलन की रिपोर्ट शासन को भेजेंगे। नुकसानी ज्यादा हुई तो आरबीसी 6-4 के तहत राहत राशि देंगे। - काशीराम बडौले, एडीएम, खंडवा