MP Kisan App: नईदुनिया प्रतिनिधि, खंडवा। पटवारियों द्वारा गिरदावरी एप पर घर बैठे ही गेहूं की जगह अन्य फसल खसरे पर चढ़ा दी। इसका नतीजा ये हुआ कि किसानों को समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए पंजीयन कराने में समस्या आने लगी।
जब किसान पंजीयन के लिए अप्लाय करते तो उनके खेतों के खसरों में गेहूं की जगह चना, प्याज या लहसुन की फसल चढ़ी हुई दिखाता था और किसी किसान की जमीन गायब बता दी जाती थी। इसमें इस तकनीकी समाधान शासन स्तर पर किया गया है।
दरअसल, 2024-25 में रबी विपणन वर्ष समर्थन मूल्य 2275 रुपये क्विंटल के भाव गेहूं उपार्जन के लिए किसान पंजीयन पांच फरवरी से किया जा रहा है। ई-उपार्जन पोर्टल पर किसान पंजीयन में जमीन की जानकारी भू-अभिलेख डाटाबेस व बोई गई फसल की जानकारी गिरदावरी एप से ली जा रही है। किसान पंजीयन के लिए गिरदावरी की अनिवार्यता है।
ऐसे में इस तकनीकी समस्या के चलते मध्य प्रदेश में समस्या आ रही थी। प्रक्रिया शुरू होने के 10 दिन बाद भी समस्या बनी होने से पंजीयन के कार्य में गति नहीं आ रही थी। जिले में अब तक 192 पंजीयन जिले में दो दिन पूर्व तक कुल 192 पंजीयन किसानों के हुए थे। इसमें सबसे ज्यादा हरसूद ब्लाक में 61 और सबसे कम पंजीयन पंधाना ब्लाक में हुए।
इसके अलावा खंडवा में 28, खालवा में 43, पुनासा में 38 किसानों ने पंजीयन कराए। इसके पीछे किसानों का कहना है कि पंजीयन में काफी तकनीकी समस्याएं आ रही है। वहीं, समर्थन मूल्य 2700 रुपये देने का आश्वासन सरकार द्वारा दिया गया था। जोकि अब 2275 रुपये में खरीदी की बात बताई जा रही है। वहीं, किसान अंतर की राशि देने की घोषणा सरकार द्वारा करने की भी मांग कर रहे हैं।
रबी विपणन वर्ष 2024-25 समर्थन मूल्य पर चना उपार्जन हेतु कृषक पंजीयन का कार्य जिले में 20 फरवरी से 10 मार्च 2024 तक होगा। इस वर्ष जिले में गेहूं पंजीयन केंद्र के समान ही 75 समिति समूह स्तरीय पंजीयन केंद्र निर्धारित किए गए हैं। जिस पर उपस्थित होकर कृषक पंजीयन करा सकते हैं। पिछले साल चना उपार्जन हेतु जिले में कुल 27 केंद्र निर्धारित किए जाकर किसानों से 5340 मिट्रिक टन चना की खरीदी की गई।
जिसके परिप्रेक्ष्य में किसानो को 282.97 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था। पिछले साल के भांति ही एसएमएस के माध्यम से किसानों को उपार्जन केंद्र पर नहीं बुलाया जाएगा। इसके स्थान पर किसान द्वारा स्वयं फसल बेचने हेतु उपार्जन केंद्र तिथि, समय व स्लाट का चयन पोर्टल पर उपार्जन केंद्र, ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, तहसील सुविधा केंद्र पर कार्य दिवस में किया जाएगा।