फिर फंसे MP के मंत्री विजय शाह... सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता के परिवार की पहचान की उजागर, कांग्रेस ने घेरा
मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह एक नए विवाद में घिर गए हैं। सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों से मुलाकात के बाद उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा कर दी। कांग्रेस ने इसे पीड़िता की पहचान उजागर करने वाला कृत्य बताते हुए FIR की मांग की है। सोशल मीडिया पर नाराजगी बढ़ी।
Publish Date: Tue, 03 Jun 2025 09:05:10 PM (IST)
Updated Date: Tue, 03 Jun 2025 09:05:10 PM (IST)
मंत्री विजय शाह फिर से कांग्रेस के निशाने पर आ गए हैं।HighLights
- मंत्री ने पीड़िता के परिवार से की मुलाकात
- फोटो खिंचवाकर सोशल मीडिया में साझा किया
- कांग्रेस ने पहचान उजागर करने का आरोप लगाया
नईदुनिया प्रतिनिधि, खंडवा। भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी पर अशोभनीय टिप्पणी से विवादों में घिरे मध्य प्रदेश के काबीना मंत्री विजय शाह अब नए विवाद में घिर गए हैं। सामूहिक दुष्कर्म व बर्बरता की घटना में मृत महिला के परिजन से मुलाकात के बाद उन्होंने पीड़ित परिवार की फोटो सोशल मीडिया में साझा कर दी।
इस मामले में कांग्रेस ने उन्हें घेरा है। दुष्कर्म पीड़िता के परिवार की पहचान उजागर करने के मामले में उनके खिलाफ शिकायत की गई है।
पीड़ित परिवार की फोटो की पोस्ट
- जानकारी के अनुसार सोमवार को मंत्री विजय शाह अपने निर्वाचन क्षेत्र (हरसूद विधानसभा क्षेत्र) में उस आदिवासी परिवार से मुलाकात की, जिसके घर की एक महिला पिछले दिनों सामूहिक दुष्कर्म और बर्बरता की शिकार हुई थी। इस घटना में महिला की मौत हो गई थी।
मंत्री अपनी पत्नी पूर्व महापौर भावना शाह व पार्टी कार्यकर्ताओं व अधिकारियों के साथ पीड़िता के घर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पीड़ित पक्ष को न्याय दिलवाने का आश्वासन दिया। पीड़िता के पुत्र को राहत राशि देने के दौरान उसके साथ फोटो खिंचवाई। उसके बाद फोटो को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। कांग्रेस प्रवक्ता ने की एफआईआर की मांग
- कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता केके मिश्रा ने डीजीपी को एक्स पर पोस्ट कर इस मामले में संज्ञान लेकर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने लिखा कि भारतीय सेना में देश की पराक्रमी बेटी कर्नल सोफिया कुरैशी को आतंकियों की बहन बताने वाले मप्र के मंत्री विजय शाह अभी इस झंझावात से मुक्त नहीं हुए हैं, दूसरी मुसीबत भी मोल ले ली है।
खंडवा में वीभत्स रेप पीड़िता के परिजनों की पहचान वाला फोटो सार्वजनिक कर दिया। DGP साहब यह कृत्य क्या कानूनी रूप से उचित है। अगर, नहीं तो क्या मंत्री जी के खिलाफ खुद संज्ञान लेने के बाद बिना किसी उच्च न्यायालय के पारित निर्देशों के (तथ्य सहित) FIR होगी।