खंडवा(नईदुनिया प्रतिनिधि)। शहर से पांच किलोमीटर दूर नहाल्दा में लाखों रुपये खर्च कर बनाया गया ग्रामीण खेल मैदान (स्टेडियम) लापरवाही की भेंट चढ़ रहा है। खेल मैदान का मुख्य द्वार टूट चुका है। मुख्य द्वार के आसपास चार कमरे बनाए गए है। इनके दरवाजे खुले होने से इनमें श्वानों का कब्जा हो चुका है। मैदान की भी देखरेख नहीं हो पा रही। ग्रामीण खेल को बढ़ाया देने बनाया गया यह खेल मैदान बगैर प्रतिभा तराशे ही जर्जर हो चुका है। जानकारी के अनुसार ग्रामीण यांत्रिकी विभाग ने इसका निर्माण कराया है।
शासन स्तर पर जारी राशि के बाद निर्माण व फिर अनदेखी का उदाहरण है नहाल्दा का ग्रामीण खेल मैदान। मैदान तक पहुंचने के लिए अप्रोच मार्ग भी पूरी तरह से नहीं बनाया गया है। इसके साथ ही मुख्य गेट के आसपास लगे छोटे गेट टूट गए हैं। मैदान के अंदर पहुंचने पर स्टेज की सीढ़ियों के पास बनी ईंट की दीवार भी टूट चुकी है। इसके साथ ही सीढ़ियों में भी दरार नजर आती है। मैदान के दोनों छोर पर लगे दो गेट में से एक टूट चुका है। इस हिस्से का लोहे का गेट दीवार से अलग होकर जर्जर हो चुका है।
नहीं है सुरक्षा व्यवस्था
सामग्री की चोरी रोकने के लिए या देखरेख के लिए यहां पर कोई भी सुरक्षा नहीं है। नवीन आदर्श महाविद्यालय के सामने बना गेट हमेशा खुला रहता है। जिससे असामाजिक तत्व भी अंदर प्रवेश करते हैं।
मैदान में उग रही झाड़ियां
खेल मैदान के अंदर जमीन को देखने पर लगता है सिर्फ समतलीकरण कर इसे छोड़ दिया गया है। इससे यहां पर जंगली पौधे उगने लगे हैं। इसके साथ ही बाउंड्रीवाल के आसपास किसी तरह का कार्य नजर नहीं आता। ं खेल मैदान पूरी का पूरी तरह समतलीकरण भी नहीं किया गया। है। साल में एक से दो बार ही यहां खेलों के आयोजन होते हैं।
इसका निर्माण किसी अन्य
विभाग ने कराया है। यह अभी खेल विभाग को हैंडओवर भी नहीं है, इसलिए यहां के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। रुचि शर्मा, जिला खेल अधिकारी