Rail Line in Nimar:खंडवा( नईदुनिया प्रतिनिधि)। खंडवा से खरगोन, अलीराजपुर के बीच नई रेल लाइन बिछने से पूर्व निमाड़ से पश्चिम निमाड़ जु़ड़ने के साथ ही खंडवा से बडौदा गुजरात की दूरी करीब 200 किमी कम हो जाएगी। इस संबंध में सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और रेल राज्य मंत्री रावसाहेब दानवे और दर्शना जशदोस को पत्र भेजकर इस नए रेल मार्ग को स्वीकृत करने की मांग की है।
आदिवासी क्षेत्र पश्चिम निमाड़ अभी तक रेल लाइन से वंचित है। इस क्षेत्र में रेल लाइन की मांग पूरी करने के लिए लगातार स्थानीय संगठन और संस्थाएं प्रयासरत है। इस सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने पूर्व और पश्चिम निमाड़वासियों को रेल यातायात की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए पूर्व में दो मर्तबा खरगोन,धार सांसदों के साथ खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल भी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से नई दिल्ली में मुलाकात कर क्षेत्र मे रेल लाइन की सौगात देने की मांग कर चुके है।
इस पर रेल मंत्री ने रेल मार्ग का सर्वे करवाने का आश्वासन दिया था। वही सांसद पाटिल ने पुनः एक पत्र रेल मंत्री और रेल राज्य मंत्री को भेजा है। इसमें खंडवा से खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर के बीच नई रेल लाइन बिछाने से रेलवे और क्षेत्रवासियों के लिए होने वाले फायदे बताए हैं। रेल लाइन निर्माण करने से खंडवा से वड़ोदरा की दूरी 200 किमी घटेगी तथा बनारस, प्रयागराज से वड़ोदरा की ओर आने जाने के लिए व्हाया खंडवा खरगोन के रास्ते एक नया शार्ट कट रेल रूट मिलेगा।
वर्तमान में खंडवा से भुसावल के रास्ते ट्रेनें वड़ोदरा तक चलती है। यह अति व्यस्ततम रेल रूट है। जो की 588 किमी घूमकर लंबे रूट से ट्रेन पहुंचती है। यदि बनारस, प्रयागराज से व्हाया खंडवा पहुंचकर खरगोन अलीराजपुर से वड़ोदरा परिचालन किया जाता है तो 388 किमी दूरी तय कर खंडवा से वड़ोदरा पहुंच सकते है। अर्थात दो सौ किमी की बचत होगी।
इससे रेलवे को राजस्व की बचत के साथ मालगाड़ियों, यात्री गाडियों को आसानी से गुजरात राज्य की ओर आवाजाही हो सकेगी। साथ ही वर्षों पुरानी पश्चिम निमाड़ वासियों की उनके क्षेत्र में रेल लाइन बिछाने की मांग पूरी हो सकेंगी। विदित हो कि इस रेल लाइन के लिए पश्चिम निमाड़ के लोग कई बार आंदोलन और प्रदर्शन भी कर चुके है।