खंडवा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। खंडवा रेलवे स्टेशन में रेल पाथ के स्लीपर बदलने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। सुबह 11 से 1.30 बजे के बीच रेल यातायात कम होने के कारण रोजाना तीन से चार घंटे का ब्लाक दिया जा रहा है। इस दौरान माल गाड़ियों को अलग-अलग स्टेशनों पर ही खड़ा किया जा रहा है। प्लेटफार्म नंबर तीन के रेलपाथ बदलने के बाद रविवार से प्लेटफार्म नंबर दो पर भी कार्य शुरू किया गया है।
यात्री सुरक्षा को बढ़ाने व ट्रेनों को गति देने के लिए रेल पाथ की मजबूती को बढ़ाया जा रहा है। इसीलिए नए स्लीपर भुसावल मंडल द्वारा लगाने का कार्य किया जा रहा है। यह कार्य लगभग एक माह से जारी है। पहले सिग्नल एरिया, स्टेशन के पास व प्लेटफार्म के बीच की स्लीपर बदले गए। अब प्लेटफार्म के हिस्से में रेलपाथ से स्लीपर बदले जा रहे हैं। इस काम के लिए रेलवे के मजदूरों सहित मशीनों की सहायता भी ली गई है। लगभग एक माह का समय ओर इस कार्य को पूरा करने में लगेगा। स्टेशन अधीक्षक जीएल मीणा ने बताया रोजाना ही ब्लाक देकर कार्य पूरा कराया जा रहा है।
पिछले दिनों हटाई गई गिट्टी से मिट्टी
एक सप्ताह से ट्रेक के नीचे गिट्टी से मिट्टी हटाने का कार्य किया गया था। एक हिस्से में यह कार्य पूरा हो गया है। ब्लाक के दौरान इस कार्य को भी रोजाना प्राथमिकता से पूरा किया जा रहा है। साथ ही प्लेफार्म नंबर चार व पांच के बीच पुराने स्लीपर, रेल पाथ, बिजली लाइन सहित अन्य सामग्री हटाने का कार्य भी तेज हुआ है।
पश्चिम-पूर्व निमाड़ प्रोजेक्ट पर रेल विभाग नहीं दिखा रहा रुचि
खंडवा। रेल विभाग पश्चिम-पूर्व निमाड़ प्रोजेक्ट को जल्दी पूरा करने में रुचि नहीं दिखा रहा। सर्वे कार्य तीन साल से पेंडिंग रखा गया। मार्च में इसकी मियाद खत्म होने से पहले टैंडर निकाला गया। तीन साल से अनदेखी के बाद तारीख खत्म होने के एक माह पहले सर्वे के लिए प्रक्रिया की जा रही है। खंडवा-खरगोन-बड़वानी-धार के बीच नई ब्राडगेज रेल लाइन के लिए दस लाख रुपये का टेंडर भुसावल डिवीजन ने निकाला है। इसके लिए भी 12 माह की मियाद ली गई है। जबकि यह कार्य तीन माह में पूरा कराया जाना चाहिए।
2019-20 में रेल बोर्ड ने खंडवा-खरगोन-बड़वानी-धार के बीच नई ब्राडगेज लाइन बिछाने के लिए सर्वे की घोषणा की थी। कोरोना के कारण इस कार्य को नहीं किया गया। दिसंबर माह में लोकसभा के शीत कालीन सत्र में सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल के शपथ ग्रहण के दौरान प्रधानमंत्री से खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, खरगोन सांसद गजेंद्र सिंह पटेल, बड़वानी राज्यसभा सदस्य सुमेर सिंह सोलंकी धार सांसद ने मुलाकात की थी व इस रेलमार्ग की मांग उठाई। इसके पूर्व तत्कालीन पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री अरुण यादव भी दो बार इसकी मांग रख चुके थे। इसके बाद सर्वे भी हुआ लेकिन रेलवे ने इस मार्ग पर रेलमार्ग से पर्याप्त राजस्व की प्राप्ति व पर्याप्त यात्री संख्या नहीं होने, बड़े स्टेशन नहीं आने की बात कह नई रेल लाइन प्रस्ताव रिजेक्ट कर दिया। अब एक बार फिर क्षेत्रवासियों की मांग पर 2019 -20 सर्वे में शामिल किया। तीन साल बीत जाने के बाद भी इसकी कोई प्रक्रिया नहीं की गई। मार्च 2022 तक सर्वे करने की मियाद के परिणामस्वरूप भुसावल मंडल के कंस्ट्रक्शन विभाग ने इस प्रोजेक्ट के सर्वे की प्रक्रिया शुरू की है। जो कछुआ चाल से चलेगी। क्योंकि दो महीने बाद टेंडर खोलेंगे फिर दस माह सर्वे पूरा करने की समय सीमा दी है। रेल सलाहकार समिति के सदस्य मनोज सोनी ने कहा खंडवा, खरगोन, बड़वानी सांसदों संयुक्त रूप से लगातार इस प्रोजेक्ट पर रेलवे बोर्ड में जाकर अधिकारियों से फॉलोअप लेना होगा।