खंडवा (नईदुनिया प्रतिनिधि), Khandwa Railway Track । खंडवा-आकोट रेल खंड में टाकलखेड़ा स्टेशन के पास नवनिर्मित ब्राडगेज ट्रैक की लाइन पटरियां शुक्रवार शाम अचानक धंस गई। हादसास्थल से रेल की पटरी लेकर मालगाड़ी कुछ समय पहले ही गुजरी थी। बताया जाता है कि वजन सहन नहीं कर पाने से ट्रैक को ऊंचा उठाने के लिए दोनों ओर बनाई गई कांक्रीट की दीवार के एक ओर ढह जाने से करीब 100 मीटर तक ट्रैक धंस गया। घटना के बाद रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचे। हादसे में कोई बडी नुकसानी या जनहानि नहीं हुई है, लेकिन रेलवे द्वारा निर्माण में बरती गई लापरवाही की पोल उजागर हो गई है। इस मामले में रेलवे के अधिकारी अधिकृत तौर पर कुछ भी कहने से बच रहे है।
दक्षिण-मध्य रेलवे सिकंदराबाद अंतर्गत आने वाले इस सेक्शन में मीटरगेज के स्थान पर ब्राडग्रेज ट्रैक डालने के लिए करीब दो साल पहले अर्थवर्क किया गया था। यह कार्य सूर्य नारायण रेड्डी कंपनी द्वारा किया जा रहा है। टाकलखेडा रेल्वे स्टेशन से करीब 500 मीटर दूर गुड़ी की ओर ब्राडगेज ट्रैक पर नई लाइन पटरी डालने का कार्य चल रहा है। बताया जाता है कि शाम चार बजे से पहले यहां से मालगाडी पटरियां लेकर गुजरी थी। कुछ समय बाद ट्रैक के एक ओर की सीमेंट कांक्रीट की दीवार ढह गई। दीवार खड़ी कर इसमें मलबा भर कर ट्रैक को ऊंचा उठाया गया है।
ग्रामीण रामचंद्र कैथवास, संतोष पाल, ताराचंद तंवर ने बताया कि रेलवे लाइन के लिए यहां अर्थवर्क करीब दो साल पहले हो चुका है। ट्रैक लेवल करने के लिए भराव करने के लिऐ दोनों ओर सीमेंट कांक्रीट की दीवार उठाई गई है। इनमें लोहे के सरिये का उपयोग नहीं होने से वजन आने पर यह ढह गई। इससे स्पष्ट है कि निर्माण में गुणवत्ता को नजरअंदाज किया गया हैं।
निर्माण कार्य के इंचार्ज प्रदीप रेड्डी और सेक्शन इंजीनियर आशुतोष से मौके पर मौजूद लोगों ने घटना के संबंध में पूछा तो उन्होंने कहा-दीवार की ऊंचाई अधिक होने और साइड से सपोर्ट नहीं होने से मुरम का दबाव आने पर ढहने की संभावना है। इसकी जांच कर रहे है।
सोयाबीन को नुकसान: किसान गोलू पटेल ने बताया कि दीवार गिरने से मलबा उनके खेत में गिरने से सोयाबीन की फसल को नुकसान हुआ है। दो दिनों से मालगाड़ी यहां से पटरियां लेकर दौड़ रही है। वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि ट्रेन शुरू होने पहले पूरे ट्रैक और पुलियाओं की जांच होनी चाहिए। लापरवाही करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।