*प्लेटफार्म नंबर दो व तीन के बीच स्लीपर बदलने का तेजी से हो रहा कार्य
खंडवा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। रेलवे स्टेशन पर स्लीपर बदले जाने का कार्य किया जा रहा है। इससे ट्रेनों की गति बढ़ने के साथ ही मजबूती के कारण मरम्मत खर्च भी कम होगा। रेलवे स्टेशन व यार्ड के बीच दो किलोमीटर क्षेत्र में यह कार्य जारी है। खंडवा स्टेशन के 30 किलोमीटर क्षेत्र में यह कार्य किया जाना है।
स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर दो व तीन के बीच तेजी से यह कार्य जारी है। यार्ड में घासपुरा तक यह कार्य किया जा रहा है। रेल विभाग खंडवा से डोंगरगांव तक 30 किलोमीटर ट्रैक पर स्लीपर बदलेगा। फिलहाल डोंगरगांव से कोहदड़ के बीच आठ किलोमीटर पर कार्य जारी है। इसके बाद अन्य जगहों पर यह कार्य शुरू किया जाना है। नए स्लीपर व रेल पटरियों से गति पर भी असर होगा। एक जनवरी 2017 से अकोला-खंडवा-सनावद के बीच मीटर गेज ट्रैक पर ट्रेन का संचालन बंद है। सनावद से अहमदपुर खैगांव तक मीटर गेज को ब्राडगेज में बदला जा चुका है। खंडवा रेलवे स्टेशन सेंट्रल रेलवे, साउथ सेंट्रल रेलवे व वेस्टर्न रेलवे के तहत आता है। इनके आपस में सामंजस्य नहीं होने से काम में देरी होती है। अब नए साल में यह सभी काम पूरे करने की योजना बनाई जा रही है। जनवरी में ही यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य शुरू करने के लिए भुसावल मंडल से प्रक्रिया प्रारंभ होगी।
अहमदपुर से खंडवा तक शुरू हुआ काम
अहमदपुर से खंडवा के बीच रतलाम रेल मंडल ने लाइन दोहरीकरण का कार्य शुरू कर दिया है। सात किलोमीटर के ट्रैक में से लगभग एक से डेढ़ किलोमीटर तक बेस लाइन बिछाई जा चुकी है। लालचौकी रेलवे क्रासिंग के आसपास भी समतलीकरण जारी है। अहमदपुर खैगांव से खंडवा तीन पुलिया तक यह काम शेष है।