खंडवा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। रेलवे स्टेशन मार्ग पर बारिश में जलभराव की परेशानी को देखते हुए नगर निगम द्वारा नाले का नवनिर्माण किया जा रहा है। पार्वतीबाई धर्मशाला के गेट से तीन पुलिया तक करीब 600 मीटर नाले का निर्माण होना है।
पुराना नाला चौक हो जाने से नया निर्माण करीब दो करोड़ रुपये की लागत से चल रहा है। पहले चरण में दाधिच पार्क वाहन स्टैंड से तीन पुलिया तिराहे तक खोदाई कर नाला निर्माण किया जा रहा है। इस कार्य की रफ्तार बेहद धीमी होने से अभी तक मुश्किल से तीन सौ फीट निर्माण ही हो सका है। ठेकेदार द्वारा नाले के लिए खोदाई मशीन की बजाय मजदूरों से करवाने के कारण कार्य को गति नहीं मिल पा रही थी। इसे देखते हुए दूसरे चरण का कार्य में ठेकेदार को तेजी लाने की हिदायत नगर निगम द्वारा दी गई है। इस कड़ी में पार्वतीबाई धर्मशाला के किनारे पोकलेन मशीन से खोदाई की जा रही है।
शहर के मध्य रेलवे स्टेशन के समक्ष थोड़ी-सी बारिश में मुख्य मार्ग और दूध गली में जलभराव से शहरवासी परेशान है। इससे निपटने के लिए नगर निगम ने दो साल पहले नाले का नवनिर्माण करने की कार्ययोजना बनाई थी। पिछले साल बारिश में सड़क पर पानी भरने पर तत्कालीन कलेक्टर ने पानी की सुगम निकासी के लिए नाला निर्माण के निर्देश दिए थे। इस पर अमल कर करीब दो सौ फीट तक नाले की खोदाई ताबड़तोड कर पानी निकाल दिया गया। अब इतने हिस्से का निर्माण बगैर किसी पूर्व स्वीकृति या बजट प्रविधान के बंद कर दिया गया था।
अतिक्रमण और ट्रासंफार्मर ने रोकी राह
नाला निर्माण का दूसरा चरण कोई एक माह पूर्व शुरू किया गया था। शुरुआत में ठेकेदार द्वारा बुलडोजर से बगैर सर्तकता से खोदाई की तो पेयजल वितरण की पाइप लाइन, केबल आदि क्षतिग्रस्त हो गए। नाले की जगह पर बिजली का ट्रांसफार्मर आने से मजदूरों से खोदाई करवाई गई। इससे कार्य को गति नहीं मिलने से बरसात के पहले नाला बनने को लेकर सवाल उठने लगे थे। इसके चलते शुक्रवार को नगर निगम उपायुक्त प्रदीप जैन, सहायक यंत्री संतोष पांडे, उपयंत्री राकेश कलम, प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी जाकिर अहमद, मनीष पंजाबी और जोन प्रभारी धीरज दवे की उपस्थिति में चूने का लेआउट डालकर मशीन से खोदाई शुरू करवाई गई है।