बोल बम के जयकारों के साथ शिवालयों में उमड़ी आस्था
शहर के प्राचीन मंदिरों में श्रद्धालुओं ने दूध और जल से किया शिवलिंग अभिषेक, जगह-जगह हुआ खिचड़ी प्रसादी का वितरण। ...और पढ़ें
By gajendra.nagarEdited By: gajendra.nagar
Publish Date: Tue, 01 Mar 2022 06:14:29 PM (IST)Updated Date: Tue, 01 Mar 2022 06:14:29 PM (IST)

खंडवा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। महाशिवरात्रि पर मंगलवार को शिवालयों में आस्था उमड़ पड़ी। बोल बम के जयकारों के साथ श्रद्धालुओं ने कतार लगाकर भगवान भोलेनाथ के दर्शन किए। कोई जल तो कोई दूध लेकर भगवान शिव का अभिषेक करने पहुंचा। मंदिरों में भीड़ के बावजूद दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था।
मंगलवार को सुबह से ही महाशिवरात्रि पर्व को लेकर शहर में उत्साह और उमंग का वातावरण रहा। बड़े ही नहीं बच्चे भी शिव मंदिरों में दर्शन को लेकर उत्साहित रहे। शहर के सबसे प्राचीन माने जाने वाले चार कुंडों पर स्थापित शिवलिंग के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक रही। रामेश्वर कुंड पर मान्यता के अनुसार भगवान श्रीराम द्वारा स्थापित शिवलिंग के दर्शन के लिए सुबह से श्रद्धालुओं की कतार लगी रही। हाथों में पूजन सामग्री और मन में भोलेनाथ के दर्शन की आस लगाए कतार में लगे श्रद्धालु हर-हर महादेव और बोल बम के जयकारे लगाते हुए आगे बढ़ते रहे। यहां मंदिर प्रांगण में मानो महाशिवरात्रि का मेला-सा लग गया हो। परिवार के साथ आई महिलाओं ने मंदिर परिसर में बैठकर विशेष पूजा-अर्चना भी की। प्राचीन कुंडों में एक भीमकुंड पर भी महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। यहां की मान्यता है कि मंदिर के गर्भगृह में भीम ने शिवलिंग की स्थापना की थी। यहां पांडवों ने विश्राम भी किया था। इस पौराणिक महत्व के चलते यहां हर साल महाशिवरात्रि पर दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। मंगलवार को यहां दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मंदिर परिसर में खिचड़ी प्रसादी का वितरण किया गया। शिव भक्त ब्रजेश त्यागी द्वारा दूध प्रसादी भी श्रद्धालुओं में वितरित की गई।
पहुंच मार्ग जर्जर, श्रद्धालु हुए परेशान
भीमकुंड तक पहुंचने का मार्ग जर्जर होने के कारण श्रद्धालुओं को हर साल की तरह परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालांकि नदी से होकर जाने वाले रास्ते पर सीमेंटीकृत रोड का निर्माण चल रहा है लेकिन पंधाना रोड से अंदर की ओर जाने वाले मार्ग पर वाहनों के आवागमन से धूल के गुबार उड़ने के कारण श्रद्धालु परेशान होते रहे। मंदिर के आसपास पार्किंग की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने और मार्ग संकरा होने के कारण वाहनों की कतार लगी रही। भीमकुंड पर सुबह से शाम तक दर्शन के लिए भक्तों के आने का सिलसिला चलता रहा।
पदमकुंड और सूरजकुंड भी पहुंचे श्रद्धालु
प्राचीन पदमकुंड स्थित शिवलिंग के दर्शन के लिए भी आसपास के क्षेत्रों से श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। यहां श्रद्धालुओं को साबूदाने की खिचड़ी की प्रसादी वितरित की गई। मंदिर में दर्शन के लिए महिलाओं की भीड़ अधिक रही। गौतमनगर के सूरजकुंड स्थित शिव मंदिर में भी सुबह से महाशिवरात्रि पर्व को लेकर उत्साह दिखाई दिया। यहां स्थापित शिव का मंदिर समिति द्वारा विशेष श्र्ाृंगार किया गया था। भगवान भोलेनाथ के भजनों पर झूमते हुए यहां युवाओं ने महाशिवरात्रि उत्सव मनाया।
महादेवगढ़ पर आकर्षक विद्युत सज्जा
महादेवगढ़ स्थित प्राचीन शिवलिंग के दर्शनों के लिए सुबह से शाम तक भक्तों का तांता लगा रहा। यहां आकर्षक विद्युत सज्जा से शिवलिंग की छंटा और भी सुंदर दिखाई दे रही थी। श्रद्धालुओं ने यहां दूध और जल से शिव का अभिषेक किया। मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को चंदन का तिलक लगाने की व्यवस्था भी यहां की गई थी। तिलक लगाने को लेकर युवा उत्साहित नजर आए। मंदिर परिसर में ही श्रद्धालुओं को साबूदाना खिचड़ी की प्रसादी भी बांटी गई।