नईदुनिया प्रतिनिधि, खंडवा। खंडवा में चाइनीज मांझे से जुड़ी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। सोमवार शाम को नागचून से खंडवा आ रहे बाइक सवार शरद की गर्दन चाइनीज मांझे से कट गई। वह गले में घाव लेकर जिला अस्पताल में भर्ती हुआ।
यह घटना खानशाहवली के पास हुई, जहां कुछ बच्चे पतंग उड़ा रहे थे। शरद जैसे ही वहां से गुजर रहा था, उसकी गर्दन मांझे की चपेट में आ गई। इसके पहले भी इसी तरह की घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें एक ड्राइवर शुभम की गर्दन भी चाइनीज मांझे से कट गई थी।
हालांकि प्रशासन ने चाइनीज मांझे की बिक्री पर प्रतिबंध लगा रखा है, फिर भी यह खुलेआम बिकता है और बच्चे इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। प्रशासन की ओर से पतंग के मांझे पर लगाई गई रोक का असर नदारद है, और चाइनीज मांझे का दुरुपयोग जारी है।
खंडवा जिले के बड़गाव क्षेत्र में घर के बाहर खेल रहे 10 वर्षीय बच्चो को आवारा श्वानों ने नोंच लिया। समय रहते स्वजन ने श्वानों को भगाया और घायल मासूम को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। श्वानों के हमले से शिवांस की पीठ पर गंभीर घाव हुए हैं, और अस्पताल में इलाज के दौरान वह बहुत दर्द में था। इस दिन जिले के विभिन्न स्थानों पर नौ बच्चों को श्वानों ने काटा।
हालांकि, प्रशासन इस समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहा है, और आवारा श्वानों का आतंक बढ़ता जा रहा है। पिछले एक महीने में नसबंदी केंद्र का कार्य निलंबित हो गया था, जिससे श्वानों की संख्या बढ़ गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि श्वानों के आक्रामक होने के पीछे उनके रहने और खाने की परेशानी है, विशेष रूप से सर्दियों में मेटिंग के दौरान वे ज्यादा आक्रामक हो जाते हैं।