नईदुनिया प्रतिनिधि, खरगोन। खरगोन जिले में खाद के लिए किसानों की मशक्कत जारी है। महज 3 से 5 बोरी सरकारी दर पर खाद खरीदी के लिए किसान रतजगा कर रहे है, इसके बाद भी उन्हें केवल टोकन मिल रहा है। टोकन के बाद खाद लेने के लिए दो से तीन दिन का इंतजार बना हुआ है।
शहर के उमरखली रोड़ स्थित विपणन केंद्र पर की गई खाद बिक्री व्यवस्था के दौरान बुधवार को उस वक्त हंगामें की स्थिति बनी, जब कोई एक दिन पहले तो कोई आधी रात से कतार में लगा था।
बिक्री काउंटर खुलने पर कर्मचारियों ने यूरिया के बजाय अन्य खाद उपलब्ध होने की सूचना दी। इस पर किसान भड़क गए और बिक्री केंद्र से करीब 1 किमी दूर बिस्टान नाका नारेबाजी करते पहुंचे।
यहां चितौड़गढ़-भुसावल हाइवे पर चक्काजाम प्रदर्शन शुरू कर दिया। हाइवे पर चल रहे प्रदर्शन के चलते मार्ग के दोनों ओर सेकड़ो वाहनों की कतारें लग गई। सूचना पर पहुंचे पुलिस और कृषि अधिकारियों ने किसानों को समझाइश दी लेकिन किसान यूरिया देने की मांग पर अड़े रहे।
बड़वानी जिले के सेंधवा में हजारों किसानों ने अपने खेतों में अनाज की बनी कर दी है, लेकिन अब खाद की किल्लत के कारण किसान परेशान हो रहे हैं। सेंधवा के समीप सहकारी खाद्य वितरण केंद्र पर लंबी-लंबी लाइन देखी जा सकती है। कई घंटे इंतजार के बाद भी सफलता नहीं मिल रही है। यहां किसानों को ना तो पीने का पानी उपलब्ध है और ना ही वर्षा से बचने के लिए कोई व्यवस्था अन्नदाता नाराज है। लेकिन अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं भारतीय किसान संघ द्वारा भी पूरे मामले को लेकर नाराजगी जाहिर की गई है।
किसान संघ के अध्यक्ष निलेश शर्मा ने कहा कि वितरण केंद्र पर पिछले दो दिन से पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है, ऐसा नहीं होना चाहिए। खाद की किल्लत किसानों के लिए बड़ी दिक्कत लेकर आई है अब तो उन्हें आठ दिन का समय दे रहे हैं। यदि समय पर खाद नहीं मिली तो किसानों की फसलों को नुकसान हो सकता है। खाद वितरण केंद्र पर सिर्फ एक ही मशीन से काम हो रहा है यहां मशीनों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए।
भारतीय किसान संघ के नीलेश शर्मा, संभागीय सदस्य मंसाराम पंचोली, बृजमोहन शास्त्री ने कहा कि किसानों ने बताया कि अधिकारी दोपहर 12 बजे से यूरिया खाद का वितरण शुरू करते हैं और चार बजे बंद कर देते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक वितरण किया जाना चाहिए। देर रात सही किस लाइन में लग जाते हैं। यहां ना तो पीने की पानी की उचित व्यवस्था है। यूरिया खाद के नगद वितरण केंद्र की संख्या बढ़ाना जरूरी हो गया है।
मंगलवार शाम को खाद वितरण केंद्र पर अनेक गांव के किसानों ने नायब तहसीलदार जीएस गिरवाल को समस्या बताते हुए नाराजगी जाहिर की। उन्होंने मशीनों की संख्या बढ़ाने, पेयजल की व्यवस्था आदि की मांग की। किसान संघ ने कहा कि अधिकारी किसानों की शुद्ध नहीं ले रहे हैं और अन्नदाता परेशान हो रहे है।