बबलाई (नईदुनिया न्यूज)। विंध्यवासिनी पार्वती माताजी मंदिर जाम घाट में गुरुवार को निमाड़ के प्रसिद्ध संतश्री सियाराम बाबा ने दर्शन किए। इसके बाद संतश्री ने निर्माणाधीन मंदिर के शिखर निर्माण के लिए पांच लाख रुपये की राशि भेंट की। मंदिर सदस्यों ने संतश्री के चरण धुलाकर पूजन किया। सियाराम बाबा ने माताजी को चुनरी चढ़ाकर पूजन आरती की। पार्वती माता मंदिर ट्रस्ट जाम गेट के मीडिया प्रभारी राजेश पाटीदार ने बताया कि महान योगी संतश्री सियाराम बाबा मां नर्मदाजी के किनारे बसे तेली भट्यान गांव के आश्रम में रहते हैं। ग्रामीणों के अनुसार बाबा युवा अवस्था में गांव में कई साल पहले आए थे। संतश्री ने नर्मदा किनारे एक छोटी सी कुटिया बनाई और वहीं पर रहने लगे। तब से वे नियमित सुबह शाम राम नाम का जप और श्री तुलसीदास रचित रामचरितमानस रामायण का नित्य पाठ करते हैं। उन्होंने लंबे समय तक मौन व्रत धारण किया था।
पहले भी कर चुके हैं मंदिर में दान
इससे पहले भी तीन बार संतश्री ने पार्वती माता मंदिर निर्माण के लिए राशि भेंट कर चुके हैं। संतश्री ने अपनी केदारनाथ यात्रा पार्वती मंदिर में प्रथम बार 11 हजा रुपये राशि भेंट देकर शुरू की थी। उसके बाद दूसरी बार सदस्यो के आग्रह पर शिखर निर्माण में दो लाख रुपये की राशि भेंट की थी। तीसरी बार संत ने स्वयं आकर नवरात्र के पहले साढ़े चार किलो चांदी का छत्र और सोने की बालियां माताजी को अपने हाथो से अर्पण की। गुरुवार की चौथी बार आकर मंदिर सदस्यों को शिखर निर्माण के लिए पांच लाख रुपये की धन राशि भेंट की। संतश्री ने सतपुड़ा की पहाड़ी पर स्थित नागलवाड़ी भिलटदेव मंदिर निर्माण में भी राशि दान की थी। संतश्री ने श्रद्धालुओं के साथ बैठकर भोजन प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर विजय रामदासजी महाराज गुलावड़ ने प्रवचन दिए।