
Hanuman Jayanti 2023: राकेश नायर, गोगावां, खरगोन। गोगावां तहसील में आने वाले (महम्मदपुर) का नाम बजरंगपुर नाम करने के लिए मांग की जा रही है। यहां स्थापित हनुमान मंदिर में प्रतिवर्ष अनुसार इस साल भी हनुमान जन्मोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा।
बता दें कि महम्मदपुर गांव में करीब 700 साल पुरानी हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित है। मान्यता है कि यह स्वयंभू हनुमान की प्रतिमा है। इसका पूजन गांव के लोग करते हैं। जिसके चलते गांव का नाम भी बजरंगपुर रखने की मांग ग्रामीणों ने कुछ दिनों पहले मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने रखी थी।
मंदिर में ग्रामीणों ने कई चमत्कार देखने का दावा किया है। इस मंदिर के निर्माण की भी एक अपनी कहानी है। मंदिर सेवादार जितेंद्र कानूनगो ने बताया कि मंदिर में स्थापित मूर्ति स्वयंभू है। इसमें उभरी हुई हनुमान जी के मुख की आकृति भी स्वयं ही निर्मित हुई है।
मूर्ति करीब 700 साल पुरानी और रेत से बनी है। गांव के बुजुर्गाें जगदीश सिंह तोमर, ठाकुर लोकेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि मंदिर का निर्माण भी लगभग मूर्ति के स्थापना के समय का ही है।
महम्मदपुर उस समय रतनपुर के नाम से जाना जाता था। मूर्ति उससे पांच किमी दूर वेदा नदी के पास रेत में दबी हुई थी। इसे खरगोन में रहने वाले दगड़ु महाजन नाम के युवक ने खोजा था।
लोगों का कहना है कि दगड़ु को स्वप्न आया था कि वेदा नदी के पास रेत में मूर्ति दबी हुई है। इसे निकालो और मंदिर में स्थापित करो। जब वे अपने साथियों के साथ नदी के पास रेत में खोजबीन करने लगा तब उन्हें यह मूर्ति मिली।
मूर्ति को बैलगाड़ी की सहायता से लाया जा रहा था, लेकिन जब वे विश्राम के लिए महम्मदपुर में रुक गए तो मूर्ति वहां से हिली ही नहीं। महाजन द्वारा कई बैलगाड़ियों से मूर्ति को खिंचवाया गया, लेकिन मूर्ति नहीं हिली। इसके बाद वहीं मूर्ति को स्थापित कर दिया गया। यहां रोजाना तो पूजन किया ही जाता है, लेकिन हनुमान प्रकट उत्सव पर विशेष पूजन व भगवान का शृंगार किया जाता है। समिति द्वारा भंडारे का भी आयोजन किया जाता है। जिसमें गांव सहित आस-पास के कई श्रद्धालु प्रसादी ग्रहण करते हैं।