लोनारा (नईदुनिया न्यूज)। ग्राम में सात दिवसीय रासलीला का आयोजन किया जा रहा है। शनिवार की रात भगवान श्रीकृष्ण द्वारा कालिया नाग का मर्दन किया। राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत श्री निकुंज बिहारी रासलीला मंडल द्वारा रासलीला का मंचन किया जा रहा है। रासलीला में दिखाया गया कि कंस ने कई राक्षस श्रीकृष्ण को मारने के लिए भेजे। परंतु उनका प्रयास निष्फल रहता है। उसी वक्त देवर्षि नारद दरबार में प्रकट होते हैं। वह कंस को बताते हैं कि कृष्ण को मारने का एकमात्र उपाय यह है कि ब्रजवासियों को यह संदेश भिजवाया जाए कि उन्हें यमुना नदी में खिलने वाले एक करोड़ नील कमल के फूल दरबार में भेंट करने होंगे। नील कमल के फूलों के लिए जब कृष्ण और बलराम नदी में प्रवेश करेंगे तो कालिया नाग उन्हें मार डालेगा। देवर्षि के वचन के अनुसार कंस ब्रजवासियों को यह संदेश भिजवाता है। संदेशा सुनने के बाद बृजवासी भयभीत हो जाते हैं। उधर, यह संदेश सुनने के बाद भगवान श्रीकृष्ण एक लीला रचते हैं और गेंद खेलने जमुना के तीर पहुंचते हैं। इसी बीच उनके सखा की गेंद नदी में चली जाती है। जिसे निकालने के बहाने श्रीकृष्णा नदी में प्रवेश करते हैं और कालिया नाग से युद्ध करने के पश्चात उसका मर्दन कर नदी से बाहर निकलते हैं। इसके बाद श्रीकृष्ण के जय-जयकार से पूरा ब्रज धाम गूंज उठता है। प्रसंग समाप्त होने के पश्चात भगवान श्रीकृष्ण व बलरामजी की आरती उतारी गई। रासलीला देखने के लिए आसपास के गांवों से भी श्रद्धालु पहुंचे।
भक्ति, ज्ञान और वैराग्य की त्रिवेणी है भागवत कथा
-28केएचआर-15-जामली में श्रीकृष्ण व सुदामा की जीवंत झांकी प्रदर्शित की गई।
बिस्टान। समीपस्थ ग्राम जामली के पंचमुखी बालाजी हनुमान मंदिर प्रांगण में भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। सोमवार को पं. शांतिलाल व्यास ने कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान को प्राप्त करने का मार्ग सिर्फ भक्ति है। गृहस्थ आश्रम में यह व्यवस्था है कि मनुष्य को सुबह शाम ईश्वर की भक्ति कर लेना चाहिए। भागवत कथा भक्ति, ज्ञान और वैराग्य की त्रिवेणी है। उन्होंने सुदामा चरित्र का प्रसंग सुनाया। कथा में कृष्णा सुदामा की सजीव चित्रण हुआ और भजन अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो भजन पर उपस्थित श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। पश्चात श्रीकृष्ण ने अंतिम में समय में उद्धव से कहा कि मेरी आत्मा भागवत कथा में बसेगी और कलयुग में जो इसकी कथा करवाएगा या सुनेगा उसका उद्धार होगा और वह भवसागर से पार होगा।
तीन साहित्यकारों का हुआ सम्मान
-28केएचआर-16-भोपाल में गीतकार दीपक पगारे को सम्मानित किया गया। -सौजन्य
सनावद। मध्यप्रदेश लेखक संघ द्वारा मानस भवन भोपाल में 28वां साहित्यकार सम्मान समारोह आयोजित किया। इसमें सनावद के गीतकार व व्यंग्यकार दीपक पगारे को देवकीनंदन माहेश्वरी युवा लेखक सम्मान और हास्य कवि अतुल भगत्या तंबोली को रामपूजन मलिक नवोदित गीतकार सम्मान से सम्मानित किया गया। खरगोन के साहित्यकार महेश जोशी को कस्तूरीदेवी चतुर्वेदी लोकभाषा सम्मान से सम्मानित किया गया।