-आदिवासी समाज ने मनाया दित्वारिया पर्व
सिलावद-पाटी। नईदुनिया न्यूज
आदिवासी बाहुल्य अंचल के ग्रामों में आदिवासी समाजजन द्वारा आज भी वर्षों से चली आ रही परंपराओं को मानते हुए तीज-त्योहार मनाए जा रहे हैं। इन्हीं परंपराओं में दित्वारिया (उज्जवन) पर्व भी शामिल है। वर्षा ऋतु के आगमन के साथ ही बोवनी होते ही आदिवासी समाज द्वारा हर साल दित्वारिया मनाया जाता है।
रविवार को अंचल के विभिन्ना ग्रामों में यह पर्व परंपरागत रूप से मनाया गया। ग्राम ठान के कि सान पुत्र कसरसिंह सोलंकी ने बताया कि हमारे क्षेत्र में आदिवासी समाज में कि सान खेतों में फसलों की बोवनी के पश्चात पारंपरिक दित्वारिया मनाते हैं। मुख्य रूप से आदिवासी समाज में त्योहारों की शुरुआत दित्वारिया से होती है, जो होली तक चलते हैं। होली को आखिरी पर्व के रूप में मनाया जाता है।
गांव की सुख-शांति की मांगी मन्नात
सोलंकी ने बताया कि दित्वारिया त्योहार परंपरा अनुसार रविवार को ही मनाया जाता है। इस दिन सभी लोग घरों से बाहर खाना बनाते हैं। भोजन भी घर के बाहर ही ग्रहण कि या जाता है। मान्यता अनुसार गांव के समस्त परिवार पटेल के घर एकत्रित होकर पटेल, पूजारा, वरती, गांव मुखी, चौकीदार व समस्त लोग पूजा-पाठ की आवश्यक सामग्री लेकर इन पारंपरिक विधि-विधान से पूजा करते हैं। इसके साथ ही गांव की सुख-शांति के लिए मन्ना त मांगते हैं। वहीं नीम, आम की पत्ती, लाल मिर्ची, अक्खी प्याज से बनी तोरण को मुख्य दरवाजे पर लगाते हैं। घर-परिवार की सुख-शांति के लिए खैर की लकड़ी की खिल्ली बनाकर घर के मुख्य दरवाजे पर जमीन में ठोंक दिया जाता है। जुवार, ऊड़द के दानों को कपड़े में लपेटकर कमर के कंदौरे या गले की चेन में परिवार के सदस्य बांधते हैं। आदिवासी समाज का मानना है कि खेतों में बांस की टहनी और मटकी लगाने से फसल को उज्जवन कि या जाता है, इससे फसलों में बीमारियां नहीं लगती है।
घर के बाहर खाना बनाया व खाया जाता है
समाजजन द्वारा हर वर्ष घर परिवार, गांव और पशुओं व अन्य जानवरों के ऊपर कि सी प्रकार की बीमारी का प्रकोप न हो, इसलिए जब बारिश की फसलें उगाने के बाद दित्वारिया त्योहार मनाया जाता है। रुलसिंग खरते ने बोला कि समाज का यह पहला त्योहार है, इसे के वल रविवार को ही मनाया जाता है। दित्वारिया पर लोग अपने घरों से बाहर खाना बनाते व खाते हैं।
14बीएआर-63 सिलावद क्षेत्र में दित्वारिया त्योहार की तैयारी करते समाजजन।-नईदुनिया
14बीएआर-64 दित्वारिया त्योहार की रस्मों के तहत घर से बाहर खाना बनाती हुई महिलाएं।-नईदुनिया