MP News: खरगोन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाड़ली बहना योजना व आजीविका मिशन के माध्यम से महिलाओं की मासिक आय 10,000 रुपये तक करने का लक्ष्य तय किया है। उनके द्वारा बड़वानी और खरगोन में आयोजित हुए महिला महासम्मेलन के दौरान संबोधित करते हुए ऐसी इच्छा जताई थी। कसरावद तहसील के जलखा गांव में एक महिला समूह के किओस्क सेंटर की सखी की मासिक आय 10 हजार है।
विकास पर्व में महिलाओं की मासिक आय का यह अनूठा उदाहरण है जो शासन की मंशा को पूरी कर रहा है। खरगोन जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर जलखा गांव में पिंकी वर्मा का गत पांच साल से कियोस्क सेंटर चल रहा है। सेंटर का सालाना एक करोड़ से ज्यादा का लेनदेन है। बामंदी के आसपास के पांच-छह गांवों के हितग्राहियों को विधवा पेंशन, विकलांग पेंशन, निराश्रित पेशन, किसान सम्मान निधि आदि हितग्राहियों मूलक राशी आसान तरीकों से मिल रही है।
2018 में उनका कियोस्क शुरू हुआ, अब तक टर्नओवर पांच करोड़ के पार हो गया है। पिंकी बताती हैं इस काम से ग्रामीणों की सेवा कर रहे हैं। कामकाज में पति राकेश वर्मा भी सहयोग कर रहे हैं। परिवार की मासिक आय 10 हजार प्रति माह तक हो गई है। परिवार अच्छे से चलने लगा। सहयोगी महिलाओं को भी कामकाज मिल रहा है।
आजीविका मिशन की ब्लाक की टीम ने गांव जाकर महिलाओं की बैठक ली थी। इसमें गठन की जानकारी दी। बैठक में सर्वसम्मति से पिंकी वर्मा को समूह की सखी चुना गया। उन्हें आरसीटी में प्रशिक्षण दिलाया। उसके बाद कियोस्क सेंटर की शुरुआत हुई। कोरोना काल में महामारी से बचाने के लिए मास्क सिलकर निश्शुल्क बांटे। समूह की महिलाएं दूध डेरी व सिलाई का कामकाज भी कर रही हैं। इससे जीवन स्तर में बदलाव आया है।
राज्य आजीविका मिशन के जिला समन्वयक रमाकांत पाटीदार ने बताया आजीविका मिशन में 2018 से ब्लाक में 1410 समुह का गठन कर 16550 महिलाओं को जोड़ा गया। समूह की 65 दीदियों को आरसेटी से प्रशिक्षित कर स्वरोजगार स्थापित कराए।
समूहों को बैंकों से अनुमानित 13 करोड़ रुपये का ऋण उपलब्ध कराया गया। समुह की दीदियों को सिलाई, ब्युटी पार्लर, किराणा दुकान, बकरीपालन, भैसपालन, फोटोकापी मशीन, जनरल स्टोर्स, पापड, बडी, महाराष्ट्रीयन नमकीन, नर्सरी आदि स्वरोजगार से जुड़े कामों से जोड़ा जा रहा है।