
Pandit Pradeep Mishra Katha: खरगोन। तरह-तरह के भाव चित हमारे मन में आएंगे। लेकिन भगवान का भाव हमारे मन में नहीं आएगा। जब तक लक्ष्य निश्चित नहीं होता हम जीवन में सफल नहीं हो सकते। अपना पुण्य अपने को ही कमाना है। दुनिया में सब उधार मिल सकता है, लेकिन पुण्य नहीं। इसलिए दो चीजों से दूरी बनाकर रखों। एक चंदा और दूसरी निंदा। श्री नागेश्वर महिला मंडल के तत्वावधान में आयोजित श्री हरिहर शिवमहापुराण कथा के पांचवे दिन पंडित प्रदीप मिश्रा ने यह उद्यार व्यक्त किए। उन्होंने कहा अपना कर्म स्वयं करो। अंतिम समय में जो तुमने कमाया है वही तुम्हारे साथ जाएगा। जब तुम्हारे प्राण छूटेंगे सब वहीं रह जाएगा। शरीर से टूट जाना मगर मन से कभी मत टूटना।
पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा अपने बच्चों को भी भगवान शिव को जल चढ़ाने की सीख दें। यही संस्कार उसे आगे बढ़ने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कोरोना काल में किसी ने परिवार का साथ नहीं दिया, लेकिन तुम्हारे पुण्य जरूर काम आए। शिव महापुराण की कथा कहती है जो इस कथा का श्रवण कर लेता है उसके शरीर की मुक्ति हो जाती है।

पथ मेरी रखियो, भोला संभाल के भजन पर झूमे
पथ मेरी रखियो भोला संभाल भोले से दिल तू लगा रह है ये मेरा भोला है..... भजन गया तो पूरा पंडाल भक्तिमय होकर झूमने लगा। शिव महापुराण के पांचवे दिन करीब 2 लाख से अधिक शिव भक्त शिव पुराण कथा का श्रवण करने नगर में पहुंचे। शनिवार को शिव पुराण कथा का श्रवण करने राज्यसभा सांसद सुमेर सिंह सोलंकी बड़वानी भाजपा जिला अध्यक्ष ओम सोनी, खरगोन विधायक रवि जोशी भी शिव पुराण कथा का सुनने पहुंचे।

मयूर ग्रुप द्वारा की जा रही जल सेवा
कथा के पहले दिन से ही मयूर ग्रुप द्वारा बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जल सेवा की जा रही है। मां त्रिवेणी मित्र मंडल द्वारा नगर में कथा स्थल पर बुजुर्ग व्यक्तियों महिलाओं को घर से टू ह्वीलर वाहन से लाया जा रहा है। द न्यू सोशल लाइट संस्था द्वारा दिव्यांग महिला पुरुषों को ह्वील चेयर से कथा स्थल पर कथा श्रवण के लिए ले जाया जा रहा है। शिवपुराण कथा में श्री नागेश्वर महिला मंडल की सदस्य समिति के मुख्य यजमानों ने कथा का श्रवण किया।