नईदुनिया प्रतिनिधि, खरगोन। जिले के कसरावद तहसील के छोटी कसरावद में बुधवार को लोकायुक्त ने कार्रवाई की है। यहां थल सेना के सेवानिवृत्त कर्मचारी (पूर्व सैनिक) से खेत तक पहुंच मार्ग पर कोई भी निर्माण न करने के एवज में सरपंच पति वाटरमैन और उसके साथी को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा है। दोनों ने 25 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। इसके बाद फरियादी ने लोकायुक्त को शिकायत की थी।
लोकायुक्त के अनुसार फरियादी पूर्व सैनिक अंतिम पुत्र प्रकाशचंद्र जैन निवासी की शिकायत पर कार्रवाई हुई है। अंतिम जैन ने बताया कि उसने और मित्र स्वर्णिम माहेश्वरी ने संयुक्त रूप से अपनी माताओं के नाम से ग्राम पंचायत छोटी कसरावद जिला खरगोन के सामने कृषिभूमि खसरा नंबर 398 दिसम्बर 2023 में खरीदी थी।
इसमें आरोपित सरपंच पूजा राठौर के पति व वाटरमैन सूरजीत सिंह राठौर उर्फ बबलू राठौर पुत्र गोकुलसिंह राठौर और उसके साथी धर्मेंद्र सिंह पुत्र नैनसिंह राठौर दोनों निवासी छोटी कसरावद ने अंतिम जैन की कृषि भूमि से लगी भूमि जिस पर पंचायत के माध्यम से मंदिर के लिए आवंटित करवाने, उसमें पौधारोपण या सरकारी दुकाने निकलवाने अथवा दशहरे पर रावण जलवाने के लिये स्थान निर्धारित करने की बात कही।
अंतिम को कहा कि यह निर्माण होने से खेत में आने-जाने का रास्ता बंद हो जाएगा। सुरजीत ने कहा कि यदि रास्ता बंद नहीं करवाना हो तो 25 लाख रुपये की रिश्वत चाहिए। इसके बाद अंतिम ने राजेश सहाय पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त कार्यालय इंदौर को शिकायत की गई। सत्यापन में शिकायत सही मिलने पर बुधवार को ट्रैप दल ने आरोपित सुरजीत सिंह राठौर व धर्मेंद्र राठौर को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। इसके बाद आरोपितों को मंडलेश्वर स्थित सर्किट हाउस ले जाया गया।
आरोपितों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 की धारा 7ए एवं 61(2) बीएनएस के अंतर्गत कार्रवाई की गई है। कार्रवाई में निरीक्षक आशुतोष मिठास, कार्यवाहक निरीक्षक प्रतिभा तोमर, कार्यवाहक प्रआर आशीष शुक्ला, आरक्षक विजय कुमार, आरक्षक कमलेश परिहार, आरक्षक शैलेन्द्र सिंह बघेल, आरक्षक आशीष नायडू, आरक्षक आशीष आर्य शामिल रहे।