नईदुनिया प्रतिनिधि, खरगोर, झिरन्या। मंगलवार को हुए हाईवोल्टेज ड्राॅमे में पूरा प्रशासन तंत्र नाराज छात्रों को मनाने में जुट गया। वे किसी की बात सुनने को तैयार नहीं थे। वे पैदल ही कलेक्टर कर्मवीर शर्मा से मिलने खरगोन चल पड़े थे, लेकिन जब स्वयं कलेक्टर उनके बीच पहुंचे तो उन्होंने कुछ ही पलों में उनके गिले शिकवे दूर कर दिए और वे खुशी-खुशी वापस लौट आए।
शासकीय एकलव्य आदर्श विद्यालय का मामला
मामला शासकीय एकलव्य आदर्श विद्यालय का था । यहां पर छोटी-छोटी समस्याओं से करीब 180 छात्र परेशान थे। वे करीब 60 किलोमीटर दूर खरगोन की ओर चल पड़े थे। वे वहां मंगलवार की जनसुनवाई में अपनी समस्याएं बताना चाहते थे। इसलिए वे प्रात: करीब 8 बजे चाय नाश्ते के बाद रवाना हो गए थे। छात्रों की लंबी कतारें थी और वे अनुशासित होकर चुप्पी साधे हुए चल रहे थे।
अधिकारी भी वाहन छोड़ पैदल चल दिए
इस दौरान एसडीएम बीएस कनेश और तहसीलदार प्रतापसिंह अजनारे सहित अन्य संबंधित अधिकारियों ने वाहनों को चालकों के हवाले किया और वे भी छात्रों के साथ पैदल ही चल पड़े। रास्ते में करीब दर्जन भर अधिकारी उनकी तरह-तरह से मान मनौव्वल करते रहे, लेकिन किसी छात्र के मुंह से कोई शब्द नहीं निकल रहे थे।
दूरभाष पर भी बात से किया इनकार
उनका कहना था कि हम अपनी समस्याएं कलेक्टर को ही बताएंगे। उनके पीछे दौड़ लगा रहे अधिकारियों ने भी अंतिम क्षणों तक हार नहीं मानी, लेकिन वे सफल नहीं हो सके थे। यहां तक कि छात्रों ने दूरभाष पर भी कलेक्टर से बात करने से इनकार कर दिया। इस पूरे प्रसंग को रास्ते में आने वाले गांव के लोग कुतूहलवश यह दृश्य देख रहे थे।
कलेक्टर ने छात्रों के बीच बैठ सुनीं समस्याएं, कुरकुरे भी खाए
प्राचार्य और अन्य शिक्षकों से छात्रों की समस्याओं के बारे में चर्चा की है। छात्रों की सभी समस्याओं का निराकरण कर दिया गया है। -कर्मवीर शर्मा, कलेक्टर खरगोन
इस संपूर्ण घटनाक्रम के दौरान सहायक आयुक्त, एसडीओ पुलिस भीकनगांव राकेश आर्य, सीईओ महेंद्र कुमार श्रीवास्तव, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य आरडी अंब, बीआरसी राघवेंद्र जोशी सहित भारी संख्या में शासकीयकर्मी एवं अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर ने विद्यालय पहुंचकर छात्रों से कहा कि सभी छात्र थक चुके हैं, अब भोजन कर लेते हैं। इसके बाद कलेक्टर ने छात्रों के साथ बैठकर भोजन किया।
इस दौरान छात्रों में रितेश चौहान, धीरूभाई सेनानी, टीलू चौहान, अभिषेक वास्कले, दीपराज गंगवाल, अरविंद मोर आदि ने कहा कि हम कलेक्टर साहब के आश्वासन से संतुष्ट हैं और हमें विश्वास है कि अब हमारे सभी समस्याएं हल हो जाएगी। मामले में कलेक्टर ने कहा कि मैंने प्राचार्य रेखा रानी व अन्य शिक्षकों से चर्चा की है। समस्याओं का निराकरण किया गया है।