
नईदुनिया प्रतिनिधि, मंडला। नैनपुर जनपद अंतर्गत उप तहसील बम्हनीबंजर के समीप स्थित ग्राम पंचायत भडिया में जहां ग्राम पंचायत के द्वारा एक आदिवासी महिला सहित पूरे परिवार को चारों ओर फेंसिंग तार लगाकर कथित रूप से बंधक बना दिया गया। इस कारण परिवार लगभग 24 घंटे से अधिक समय तक अपने ही घर में कैदी की तरह रहने को मजबूर रहा।
मामले की जानकारी मिलते ही नैनपुर नायब तहसीलदार पूजा राणा एवं पुलिस प्रशासन मौके पर पहुचे। प्रशासन की मौजूदगी में फेंसिंग के गेट पर लगा ताला तोड़ा गया तथा फेंसिंग तार काटकर आने-जाने का रास्ता बनाया गया, जिसके बाद आदिवासी परिवार को मुक्त कराया गया।
सचिव प्रेमलाल ने बताया कि एक बगिया मां के नाम अंतराम पिता महेश के नाम पहले से ही भूमि आबंटन है। जयंती मरावी उस भूमि पर अतिक्रमण कर मकान बनाकर परिवार के साथ रह रही है। जब वह मकान बना रही थी,तब अंतराम ने मना किया था, बताया था कि यह जमीन मुझे बंटन में मिली है। मकान बन जाने के बाद से दोनों में विवाद चल रहा है। एक बगिया मां के नाम के लिए करीब डेढ़ एकड़ जमीन में गड्ढे कराकर पौधारोपण किया गया। जिसमें फेंसिग कर दी गई थी।
हमने हितग्राही अंतराम पहले ही कहा था कि जयंती मरावी का मकान बन गया है और किसान भी आते जाते हैं, तो रास्ता दे देना। लेकिंग फेसिंग के बाद किसने ताला लगाया है, यह कहा नही जा सकता। रविवार दोपहर बाद जब हमें जानकारी मिली ,मौके पर जाकर हमने दोनों ही पक्षों को समझाइश,पुलिस, राजस्व अधिकारियों की उपस्थिति में दी है। जिसके बाद मामला शांत हुआ है।
बताया गया कि जिस भूमि पर एक बगिया मां के नाम योजना अंतर्गत आवंटन किया गया है, वह जमीन पहले से ही विवादित है। उक्त भूमि को लेकर दोनों पक्षों के बीच सिविल न्यायालय में मामला विचाराधीन है। फिलहाल राजस्व विभाग की अधिकारी एवं पुलिस प्रशासन द्वारा दोनों पक्षों को समझाइश देकर विवाद को शांत कराया गया है तथा कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।
हितग्राही अंतराम जिसने एक बगिया मां के नाम किया है और जो जमीन में मकान बनाकर जयंती मरावी रह रही है। दोनों ही काफी विवाद कर रहे थे। दोनों ही पक्ष जान दे देने की चेतावनी दे रहे थे। दोनों ही अपनी बात पर अड़े हुए थे। प्रशासनिक अधिकारियों को समझाइस देने मशक्कत करनी पड़ी।